..तो अब गुजरात के झड़ापिया भी यूपी के पटेल
लोक सभा चुनाव की बेला में भाजपा व कांग्रेस को खेती-किसानी से जुड़ी खासकर कुर्मी (पटेल) बिरादरी के बड़े नेता की कमी खल रही है। कहना इसलिए गलत न होगा क्योंकि दो फरवरी को जीआईसी के ऑडीटोरियम में कांग्रेस की किसान, नौजवान स्वाभिमान रैली में आए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का परिचय कांग्रेस नेताओं ने यूपी का पटेल बताकर कराया था। कमोवेस इसकी पुनरावृत्ति मंगलवार भाजपा के अवध क्षेत्र सेक्टर संयोजक सम्मेलन में दिखाई पड़ी। विशिष्ट अतिथि के रूप में लोक सभा चुनाव के ²ष्टिगत प्रदेश के सह प्रभारी बनाए गए गुजरात के पूर्व गृहराज्यमंत्री गोवर्धन भाई झड़ापिया का परिचय क्षेत्रीय अध्यक्ष सुरेश तिवारी ने 'पटेल' कहकर कराया।
By JagranEdited By: Updated: Wed, 06 Feb 2019 12:07 AM (IST)
प्रेम अवस्थी, बाराबंकी
कहा जाता है कि इतिहास स्वयं को दोहराता है। इसके लिए अक्सर लंबा अरसा लग जाता है, लेकिन जीआइसी मैदान में तीन दिन बाद ही ऐसा कमाल होता दिखा। इसे लोकसभा चुनाव की मजबूरी में जातीय संतुलन साधने की गणित ही माना जाएगा कि जिले की खेती-किसानी करने वाली खासकर कुर्मी (पटेल) बिरादरी भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए अहम हो गई है। तभी तो कांग्रेस की दो फरवरी की रैली में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का परिचय कांग्रेस नेताओं ने यूपी का पटेल बताकर कराया था। उसके इस स्ट्रोक का भाजपा ने देरी न करते हुए मंगलवार को ही अवध क्षेत्र सेक्टर संयोजक सम्मेलन में जवाब दे दिया। क्षेत्रीय अध्यक्ष सुरेश तिवारी ने विशिष्ट अतिथि के रूप में लोक सभा चुनाव के ²ष्टिगत प्रदेश सह प्रभारी बनाए गए गुजरात के पूर्व गृह राज्यमंत्री गोवर्धन भाई झड़ापिया का परिचय 'पटेल' कहकर कराया। गोवर्धन भाई ने एमपी के सीएम शिवराज ¨सह चौहान से पहले अपने संबोधन में किसानों के प्रति केंद्र सरकार व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यों का बखान कर सुरेश तिवारी की मंशा को फलीभूत करने का काम भी किया। उन्होंने कहा कि 1750 रुपये धान का समर्थन मूल्य केंद्र सरकार ने दिया वरना धान 11 सौ रुपये से ज्यादा न बिकता। छह हजार रुपये प्रत्येक किसान को देने का बजट में निर्णय लेकर प्रधानमंत्री ने किसानों के आंसू पोंछने का काम किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनते ही न सिर्फ एक लाख तक कर्ज माफ किया बल्कि गन्ना किसानों का बकाया भुगतान के लिए 50 हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था कराई। लोकसभा चुनाव में लड़ाई भाजपा की नहीं भारत देश की है। इस लड़ाई में कौरवों की तरफ कोई भीष्म भी दिखाई पड़े तो उसकी छाती पर भी तीर चलाना है। प्रधानमंत्री ने साढ़े चार साल में विश्व में भारत की साख बढ़ाई। शिवराज ¨सह चौहान ने भी अपने संबोधन की शुरूआत में गोवर्धन भाई की बातों का समर्थन किया।
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