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बाराबंकी में अतिक्रमण मुक्त कराई जाएगी जमीन, एक दर्जन लोगों ने कर रखा है कब्जा; बनेगा पार्किंग स्थल

UP News बाराबंकी में लाजपत नगर और बेगमगंज के बीच स्थित खैरात खाना की जमीन पर अवैध कब्जा हटाया जाएगा। इस जमीन पर केडी सिंह बाबू का स्मारक और संग्रहालय बनाया जाएगा। पांच करोड़ रुपये निर्माण के लिए स्वीकृत हो चुके हैं। पार्किंग स्थल के लिए खैरात खाना और काजी हाउस की सरकारी जमीन को खाली कराने के निर्देश दिए गए हैं।

By Jagran News Edited By: Abhishek Pandey Updated: Wed, 16 Oct 2024 04:09 PM (IST)
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

प्रेम अवस्थी, बाराबंकी। नगर में लाजपत नगर व बेगमगंज के मध्य कभी खैराता खाना हुआ करता था। लेकिन अब उसका वजूद नहीं है। इस खैरात खाने की जमीन पर एक दर्जन से ज्यादा लोगों ने कब्जा कर रखा है। केडी सिंह बाबू की पुश्तैनी कोठी के पीछे खैरात खाना की जमीन है।

केडी सिंह बाबू की कोठी को सरकार ने उनके परिवारजन को मुआवजा देकर संस्कृति विभाग के नाम करवा दी है, ताकि केडी सिंह बाबू का स्मारक व संग्रहालय बनाया जा सके। पांच करोड़ रुपये भी निर्माण के लिए स्वीकृत हो चुके हैं।

स्मारक व संग्रहालय बनाए जाने की शासन की ओर से मंजूरी मिलने के बाद अब समस्या पार्किंग स्थल की है। नगर के सिविल लाइन मुहल्ले में जिस स्थल पर स्मारक व संग्रहालय बनेगा, उसके आसपास पार्किंग स्थल के लिए कोई खाली जमीन नहीं हैं।

खैरात खाना की जमीन नगर कोतवाली से बेगमगंज चौराहा के मध्य लाजपत नगर के सामने केडी सिंह बाबू की कोठी के ठीक पीछे है। कोतवाली व पोस्ट ऑफिस के मध्य काजी हाउस की भी जमीन है।

नगर के प्रबुद्धवर्ग द्वारा जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया गया तो उन्होंने पार्किंग स्थल के लिए खैरात खाना व काजी हाउस की सरकारी जमीन को खाली कराने के संबंध में कार्रवाई का निर्देश तहसील नवाबगंज के एसडीएम को दिया है।

हालांकि जिस तरह से यहां लोग वर्षों से काबिज हैं और कब्जा हटाने की कोशिश का विरोध करते आ रहे हैं, उसे देखते हुए यह कहना गलत न होगा कि प्रशासन को काफी सक्रियता से काम करने की जरूरत होगी।

निजी व्यक्ति भी कर रहा दावा

जिन लोगों के पास खैरात खाना व उसे आसपास की जमीन के संबंध में मालिकाना हक का कोई वैधानिक राजस्व अभिलेख नहीं है, वह तो काबिज हैं, ही इसके साथ ही एक निजी व्यक्ति ने भी यहां की जमीन एक अंश पर अपना दावा प्रस्तुत करते हुए कब्जा हटवाकर उसे दिलाए जाने की मांग करता रहा है।

ऐसे में प्रशासन को अतिक्रमण हटवाने के साथ ही जमीन के संबंध में विधिक कार्रवाई भी करनी पड़ेगी।

केडी सिंह बाबू स्मारक व संग्रहालय निर्माण होने के बाद यहां लोगों का आवागमन बढ़ेगा। बाहर से भी लोग आएंगे, इसलिए वाहन पार्किंग की व्यवस्था भी करनी है। पार्किंग स्थल के केडी सिंह बाबू की कोठी के आसपास जो भी सरकारी जमीन जिस तरह की है, उसे खाली कराया जाएगा। सत्येंद्र कुमार, डीएम बाराबंकी

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