सुई-धागा फिल्म की याद दिला रही सिलाई मशीन के लिए लाइन
दो सौ सिलाई मशीन के लिए पांच हजार से ज्यादा महिलाओं ने किए हैं आवेदन
बाराबंकी : तीन साल पहले रिलीज हुई फिल्म सुई धागा का असल सीन देखना हो तो देवा रोड स्थित जिला उद्योग एवं प्रोत्साहन केंद्र पर देख सकते हैं। फिल्म में अभिनेता वरुण धवन व अभिनेत्री अनुष्का शर्मा एक सिलाई मशीन पाने के लिए जिस तरह से जूझते हैं उसी तरह यहां महिलाएं सिलाई मशीन पाने की लालसा में दूर-दराज से चलकर गर्मी से जूझ रही हैं। बैठने की उचित व्यवस्था नहीं है। बरामदे में सात-आठ कुर्सियां भीड़ को देखते हुए बहुत कम हैं। पंखे की भी व्यवस्था नहीं है। ऐसे में परिसर में पेड़ों के नीचे व मैदान में महिलाएं बैठती हैं।
विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत दर्जी, सुनार, राजमिस्त्री, टोकरी, बुनकर, बढ़ई व कुम्हार का काम जानने वालों को जिला उद्योग एवं प्रोत्साहन केंद्र की ओर से संबंधित किट दी जाती है। दर्जीगीरी में सिलाई मशीन के साथ अन्य उपकरणों की किट दी जानी है। इसके लिए आनलाइन आवेदन पत्र मांगे गए थे।
पांच हजार से ज्यादा आवेदन सिलाई मशीन के लिए हुए, जिनका साक्षात्कार किया जा रहा है। अब तक करीब 3500 महिलाओं ने साक्षात्कार दिया है। शुक्रवार को सुबह 10 बजे से दोपहर ढाई बजे तक 508 महिलाओं का साक्षात्कार सहायक आयुक्त रूबी जमशेद सहित चार सदस्यीय टीम ने लिया। सोमवार व मंगलवार को फिर साक्षात्कार होगा।
साक्षात्कार के लिए आईं परसा गांव की रेखा देवी ने बताया कि सुबह बिना खाए घर निकली थीं। दोपहर सवा दो बजे साक्षात्कार हुआ। गर्मी ने समस्या और बढ़ा दी। रेखा ने बताया कि साक्षात्कार में पेटीकोट की सिलाई के संबंध में प्रश्न पूछा गया। इसी गांव की शिवरानी, जहांगीबाद की रानी देवी व मीरा देवी व मसौली के कोटवा की संगीता सहित अन्य महिलाओं ने बताया कि सिलाई मशीन यदि मिल जाएगी तो वह उसे अपने स्वरोजगार का जरिया बनाएंगी।
उपायुक्त जिला उद्योग केंद्र उमेश चंद्र ने बताया कि सिलाई मशीन के लिए 100 महिलाओं के चयन की सूची तैयार की जा चुकी है। 100 महिलाओं के चयन के लिए साक्षात्कार अभी हो रहा है। बैठने के लिए कुर्सी व पीने के पानी की व्यवस्था की गई है।