Barabanki News: सरयू में छोड़ा गया सवा तीन लाख क्यूसेक पानी, खतरे के निशान से 26 सेंटीमीटर ऊपर नदी का जलस्तर
बाराबंकी में सरयू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 26 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है जिसके गुरुवार तक और बढ़ने की आशंका है क्योंकि शारदा और गिरजा बैराज से 3 लाख से अधिक क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। रामसनेहीघाट सिरौलीगौसपुर व रामनगर के 80 गांवों के किसानों की फसलें जलमग्न हो गई हैं। प्रशासन ने बाढ़ राहत चौकियों को अलर्ट कर दिया है।
संवाद सूत्र, गणनेशपुर/सूरतगंज (बाराबंकी)। सरयू का जलस्तर खतरे के निशान से 26 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है। यह जलस्तर गुरुवार तक और बढ़ने की उम्मीद है, क्योंकि शारदा व गिरजा बैराज से सरयू नदी में तीन लाख 23 हजार 459 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
बुधवार शाम पांच बजे एल्गिन ब्रिज पर जलस्तर खतरे के निशान 106.070 मीटर के सापेक्ष 106.330 मीटर है, जो 26 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। कुछ गांवों में बाढ़ का पानी भर जाने से लोगों के घास-फूस और कच्चे घर काफी हद तक क्षतिग्रस्त हो गए हैं। बाढ़ का पानी निकालने के बाद उन घरों को बाढ़ पीड़ित दुरुस्त कर रहे हैं। जिले की रामसनेहीघाट, सिरौलीगौसपुर व रामनगर के लगभग 80 गांव सरयू के मुहाने पर हैं। यहां के किसानों की फसलें जलमग्न हैं। अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि नेपाल से छोड़े गए पानी का असर गुरुवार को दिखेगा। जलस्तर थोड़ा ही ऊपर आएगा, ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा।
वहीं, सूरतगंज में सरयू का पानी बतनेरा, सरसंडा और अकौना पंचायत के हेतमापुर, केदरीपुर, बेलहरी, बलईपुर, बाबापुरवा, सुंदरनगर, मदरसा, क्योलीपुरवा आदि गांवों तक पहुंच गया है। तहसील प्रशासन भी प्रभावित गांवों पर नजर रखे हुए है। तहसीलदार विपुल सिंह ने गांवों का भ्रमण कर तीन बाढ़ राहत चौकियों को अलर्ट कर दिया है। पानी घरों में प्रवेश करते ही बाढ़ राहत केंद्र अथवा तटबंध पर तुरंत पहुंचने के निर्देश दिए हैं।
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