शाहजहांपुर में टला बड़ा हादसा, पटरी से उतरी BSF जवानों से भरी आर्मी स्पेशल ट्रेन, मचा हड़कंप, DRM ने दिए जांच के निर्देश
Army Special Train Derailed in Shahjahanpur शाहजहांपुर-लखनऊ रेल ट्रैक पर गुुरुवार रात बड़ा हादसा होते-होते बचा। बीएसएफ के जवानों को जम्मू से बिहार के किशनगंज लेकर जा रही जा रही आर्मी स्पेशल की खुली बोली गुरुवार रात पटरी से उतर गई।
बरेली, जेएनएन। Army Special Train Derailed in Shahjahanpur : शाहजहांपुर-लखनऊ रेल ट्रैक पर गुुरुवार रात बड़ा हादसा होते-होते बचा। बीएसएफ के जवानों को जम्मू से बिहार के किशनगंज लेकर जा रही जा रही आर्मी स्पेशल की खुली बोली गुरुवार रात पटरी से उतर गई। जिस कारण तेज झटके के साथ ट्रेन अचानक रुक गई। गनीमत रही इस हादसे में किसी जवान को चोट नहीं आई।
रेलवे के अधिकारी व कर्मचारी तत्काल मौके पर पहुंच गए। हदसे का कारण अभी पता नहीं चल सका है। डीआरएम अजय नंदन ने जांच के निर्देश दिए हैं। रात लगभग पौने नौ बजे आर्मी स्पेशल जैसे ही रेलवे स्टेशन की लाइन नंबर पांच पर पहुंची। इंजन से सातवें नंबर की खुली बोगी तेज आवाज के साथ पटरी से उतर गई। जब तक चालक ट्रेन रोकता, बोगी स्लीपर तोड़ते हुए करीब दो सौ मीटर तक घिसट गई। अचानक हुई इस घटना से ट्रेन में सवार जवानों व स्टेशन पर मौजूद कर्मचारियों में खलबली मच गई। स्टेशन अधीक्षक एके गौतम, खंड अभियंता विद्युत कृष्ण कुमार चौरसिया, सहायक मंडल अभियंता, कैरिज एंड वैगन विभाग की टीम समेत अन्य अधिकारी मौेके पर पहुंच गए।
मदद में जुटे जवान
बोगी के दो पहिये ट्रैक से उतरे हुए थे। पहले तो उसे पटरी पर लाने का प्रयास किया गया। सफलता न मिलने पर इंजन व छह बोगी काट दी गईं। बीएसएफ के 60 जवान सातवीं बोगी पर रखे पानी के ड्रम व अन्य सामान को उतारने के साथ ही रेल कर्मियों की मदद में जुट गए।
नुकसान का अभी आंकलन नहीं
हादसे में 26 से अधिक स्लीपर टूट गए है। इसके अलावा प्लेटफार्म के किनारे का काफी हिस्सा भी रगड़ लगने से क्षतिग्रस्त हो गया है। हालांकि नुकसान कितना हुआ है इस बारे में अभी कुछ पता नहीं चल सका है। रेलवे का स्टाफ पहले बोगी को पटरी पर लाने की कोशिश में जुटा है। इस काम में 100 से अधिक कर्मचारी जुटाए गए हैं।
यार्ड में पहुंचते ही हो गया था आभास
बीएसएफ के जवानों ने सिर्फ इतना बताया कि वे लोग किशनगंज में लगे कैंप में जा रहे हैं। ट्रेन में लगभग 800 जवान थे। स्टेशन के यार्ड में मोड़ पर जब ट्रेन पहुंची तो किसी चीज के रगड़ने की आवाज आने लगी थी। उन लोगों को आभास हो गया था कि कुछ गड़बड़ है। ट्रेन किसी चीज से टकरा रही है। कुछ देर बाद झटके के साथ ट्रेन रुक गई।
ट्र्रेन संचालन पर नहीं पड़ा असर
हालांकि लाइन नंबर पांच पर होने के कारण इस हादसे का ट्रेनों के संचालन पर कोई असर नहीं पड़ा। चालक व गार्ड से रेलवे के अधिकारियों ने पूछताछ की। ट्रेन स्टेशन अधीक्षक एके गौतम व अन्य अधिकारी इस संबंध में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं थे।
यार्ड में डिरेलमेंट हुआ है। ट्रेनों के संचालन पर कोई असर नहीं पड़ा है। दो चक्के नीचे उतरे हैं। उन्हें पटरी पर लाने का प्रयास किया जा रहा है। हमारी प्राथमिकता ट्रेन को रवाना करने की है। टीम बनाकर जांच के निर्देश दिए गए हैं। अभी डिरेलमेंट का कारण नहीं बताया जा सकता।अजय नंदन, डीआरएम मुरादाबाद मंडल