Fake Pan Aadhar Case: बरेली में तीन साल से चल रहा था 'चेहरा किसी का और जानकारी किसी की' का खेल
Bareilly Fake Pan Aadhar Case जनसेवा केंद्र का हवाला देकर उसकी आइडी पर अधिक से अधिक आधार कार्ड बनाने व लाभ का झांसा दिया। इसी के बाद युवती ने आरोपितों को आइडी व पासवर्ड दे दिया। बस यहीं से फर्जीवाड़े का खेल शुरू हो गया।
By Ravi MishraEdited By: Updated: Fri, 08 Jul 2022 07:59 AM (IST)
बरेली, जागरण संवाददाता। Bareilly Fake Pan Aadhar Case : जीशान व कामरान दोनों ने जनसेवा केंद्र खोल रखा था। एजाजनगर गौटिया में बीते तीन साल से दोनों यह जनसेवा केंद्र संचालित कर रहे थे। एक दोस्त के जरिए आरोपित युवती के संपर्क में आए। उसे भरोसे में लिया और जनसेवा केंद्र का हवाला देकर उसकी आइडी पर अधिक से अधिक आधार कार्ड बनाने व लाभ का झांसा दिया। इसी के बाद युवती ने आरोपितों को आइडी व पासवर्ड दे दिया।
बस यहीं से फर्जीवाड़े का खेल शुरू हो गया। हैरानी तब हुई जब जांच टीम ने संबंधित प्रपत्रों को स्कैन किया तब उसमे फोटो किसी और की थी और जानकारी प्रपत्र बनवाने वाले की। साफ है कि किसी अन्य का डाटा उठाकर यह खेल किया जा रहा था। ऐसे में जांच टीम बड़ी साजिश की भी आशंका जता रही है।एसपी क्राइम के मुताबिक, चारों में जीशान सरगना है। उसके जरिए ही मो. कामरान भी फजीवाड़े के धंधे में उतरा। शुरुआत में तो आरोपतों ने आधार कार्ड ही बनाए। इसके बाद आधार कार्ड का धंधा भी चालू रखा और आधार कार्ड की जानकारी को हथियाकर फर्जी तरीके से लोगों के पैन व जाति प्रमाण-पत्र भी बनवाने लगे। हाथोहाथ प्रपत्र मिलने से लोगों की दोनों के जनसेवा केंद्रों पर भीड़ पहुंचने लगी और आरोपित बड़े पैमाने पर फर्जी प्रपत्र जारी करने लगे।
आरोपितों के पास से बरामद लैपटाप से जांच टीम दोनों के जनसेवा केंद्र से प्रपत्र बनवाने वालों की जानकारी भी कर रही है। यह देखा जा रहा है कि जब आरोपित पूरी तरह से फर्जी प्रपत्र तैयार करते थे तो संबंधित की ओर से अब तक कोई शिकायत क्यों नहीं की गई। लिहाजा, जांच टीम इसके पीछे किसी बड़ी साजिश से भी इन्कार नहीं कर रही है।घर में ही खोल रखा था सेंटर, बराबर में बंटता था हिस्सा
दोनों आरोपितों ने घर में सेंटर खोल रखा था। जितना भी काम आता, आरोपित उसकी पूरी लिखा-पढ़त करते। इसके बाद चाराें में बराबर में हिस्सा बंटता। चारों के पकड़े जाने पर गुरुवार को बारादरी थाने में भीड़ लग गई। आरोपित के स्वजन रोते-चिल्लाते नजर आए। आरोपित पुलिस से माफी मांगते रहे।लोन लेने व फर्जी बैंक खातों की आशंकाजांच टीम के मुताबिक, इन प्रपत्रों का इस्तेमाल फर्जी तरीके से लोन लेने व बैंक खाता खोलने में इस्तेमाल होने की आशंका है। हाल में ही ऐसे कई मामले आए जब पता चला कि संबंधित ने खाता भी नहीं खोला और उसके नाम से खुले खाते से करोड़ों का लेन-देन हो गया। बड़े पैमाने पर लोन भी पास करा लिया गया। ऐसे में पुलिस हर बिंदु पर जांच में जुटी है।
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