Bareilly Explosion: सीओ देते रहे छूट, गांव में बारूद भरता रहा नासिर; अब हो सकती है बड़ी कार्रवाई
बरेली में अवैध पटाखा फैक्ट्री विस्फोट मामले में एसएसपी ने चार पुलिसकर्मियों के निलंबन की कार्रवाई में स्पष्ट किया है कि नासिर के विरुद्ध प्राथमिकी लिखी जाने के बाद भी न तो उसकी गिरफ्तारी हो सकी न ही पुलिस कोई बरामदगी कर पाई। प्रारंभिक जांच में इस पूरे प्रकरण में सीओ मीरगंज गौरव कुमार की लापरवाही सामने आई है। इसलिए एसएसपी ने सीओ मीरगंज के विरुद्ध जांच बैठा दी है।
जागरण संवाददाता, बरेली। कल्याणपुर में हुआ धमाका चार पुलिस कर्मियों को निलंबित कर गया और थाना प्रभारी को लाइन हाजिर। सीओ और सीएफओ पर भी इस धमाके की आंच पहुंची। एसएसपी अनुराग आर्या ने देर रात गिरफ्तारी, पूछताछ और बरामदगी में लापरवाही के चलते उनके विरुद्ध जांच बैठा दी है। यदि जांच में दोष सिद्ध होता है तो उन पर भी बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
आरोपित नासिर के विरुद्ध 21 सितंबर को हुए धमाके बाद भी पुलिस ने सिर्फ प्राथमिकी लिखकर छोड़ दिया। प्रशासन ने उसका लाइसेंस निरस्त कर दिया था मगर पुलिस की ओर से यह एक भी बार चेक नहीं किया गया कि नासिर के पास कितना बारूद है।
सीओ मीरगंज की लापरवाही आई सामने
एसएसपी ने चार पुलिसकर्मियों के निलंबन की कार्रवाई में स्पष्ट किया है कि नासिर के विरुद्ध प्राथमिकी लिखी जाने के बाद भी न तो उसकी गिरफ्तारी हो सकी, न ही पुलिस कोई बरामदगी कर पाई। इस पूरे प्रकरण में नासिर से पूछताछ भी नहीं की गई। प्रारंभिक जांच में इस पूरे प्रकरण में सीओ मीरगंज गौरव कुमार की लापरवाही सामने आई है। इसलिए एसएसपी ने सीओ मीरगंज के विरुद्ध जांच बैठा दी है।
एसएसपी ने की कार्रवाई
उधर, दूसरी ओर दो साल से एक ही थाने में कार्यरत होने के बाद भी कस्बा इंचार्ज दारोगा देश राज सिंह माहौल को भांप नहीं पाए। हल्का इंचार्ज नाहर सिंह भी इस थाने में एक साल से तैनात हैं, उन्हें भी कोई जानकारी नहीं हो सकी। ऐसे में एसएसपी ने दोनों को निलंबित कर दिया है।
इसी के साथ बीट आरक्षी कस्बा अजय कुमार और बीट आरक्षी कल्याणपुर सुरेंद्र कुमार पर भी निलंबन की कार्रवाई की गई है। सभी के विरुद्ध विभागीय जांच भी बैठा दी गई है।
सीएफओ, एसडीएम और सीओ की जांच रिपोर्ट के बाद निरस्त हुआ लाइसेंस
नासिर के घर 21 सितंबर को धमाका होने के बाद सीएफओ, एसडीएम और सीओ की संयुक्त जांच कमेटी बनाई गई थी। तीनों की जांच रिपोर्ट के बाद ही उसका लाइसेंस निरस्त किया गया। सभी जानकारी होने के बाद भी किसी ने उसका स्टाक आदि चेक नहीं किया इसलिए एसएसपी की ओर से पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई।