UP News: लोकसभा में 'जय हिंदू राष्ट्र' पर हंगामा, बरेली के सांसद ने कहा- जो बोलना था, बोल दिया
Bareilly MP Chhatrapal Gangwar उत्तर प्रदेश के लोकसभा सीट बरेली से सांसद छत्रपाल गंगवार ने आज संसद में शपथ लिया। शपथ लेने के बाद गंगवार ने ऐसा कुछ बोल दिया कि सदन में बवाल मच गया। बरेली एमपी के इस कथन के बाद विपक्ष ने उन्हें घेर लिया और संविधान विरोधी बताया। इससे पहले ओवैसी के जय फिलिस्तीन बोलने पर बवाल मचा था।
जागरण संवाददाता, बरेली। लोकसभा में शपथ ग्रहण के बाद सांसद छत्रपाल गंगवार ने जय हिंदू राष्ट्र कहा तो विपक्ष ने इसे संविधान विरोधी बताकर हंगामा कर दिया। शोर-शराबा के बीच छत्रपाल शपथ ग्रहण कर अपनी कुर्सी पर लौट आए। फोन पर सांसद ने कहा, मुझे जो बोलना था, बोल दिया। मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। विपक्ष ने हंगामा क्यों किया, इसका कारण वही लोग बता सकते हैं।
कहा कि विपक्ष के लोग जय हिंदू राष्ट्र को संविधान विरोधी बताकर हंगामा कर रहे। सदन में एक सांसद (असदुद्दीन ओवैसी) ने जय फलस्तीन भी कहा, विपक्ष के लोग उस पर कुछ नहीं बोलते। छत्रपाल गंगवार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक रह चुके हैं।
इसे भी पढ़ें- जुलाई में 10 दिन होगी शादियां फिर करना होगा चार महीने इंतजार, यहां देखें 2024 में सात फेरे लेने का शुभ मुहूर्त
इसके बाद भाजपा में आए तो बहेड़ी से विधायक चुने गए, प्रदेश सरकार में उन्हें राजस्व राज्यमंत्री बनाया गया था। लोकसभा चुनाव के दौरान बरेली संसदीय सीट से भाजपा ने आठ बार के सांसद संतोष गंगवार के स्थान पर छत्रपाल गंगवार को प्रत्याशी बनाया था।
उन्होंने सपा प्रत्याशी प्रवीण सिंह ऐरन को 34,804 मतों से हराया था। पहली बार सांसद बनकर सदन पहुंचे छत्रपाल गंगवार मंगलवार को शपथ ग्रहण के दौरान ही चर्चा में आ गए। शपथ लेने के बाद जय हिंदू राष्ट्र, जय भारत का नारा इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो गया।
इसे भी पढ़ें-यूपी के इस शहर में सुबह हुआ आदेश, दोपहर में चलने लगा बुलडोजर, प्रशासन के एक्शन से मचा हड़कंप
ओवैसी के जय फलस्तीन कहने पर बरेलवी मौलाना को आपत्ति
लोकसभा में शपथ ग्रहण के बाद हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी द्वारा जय फलस्तीन का नारा लगाने पर आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने आपत्ति जताई है। बरेलवी मौलाना ने कहा कि फलस्तीन के साथ भारत समेत कई देश हैं।
मगर, आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी जय फलस्तीन कहकर मुसलमानों के जज्बातों के साथ खिलवाड़ करना चाहते हैं। यह शरीयत और राजनीतिक दृष्टि से भी गलत है। उनकी बातें भड़काने वाली होती हैं, जबकि वे मुसलमानों के किसी मुद्दे पर अमलीजामा नहीं पहना पाते हैं।
वह यदि मदद करना चाहते हैं तो फलस्तीन के लिए दैनिक जरूरत की सामग्री भेजें। सिर्फ नारा लगाने से फलस्तीन का भला नहीं होगा, यह सिर्फ राजनीति चमकाने के लिए किया जा रहा।