ऐसी है फराह से जानकी बनी युवती की कहानी; प्यार के लिए बदला धर्म, अयोध्या धाम मंदिर में राम से रचाई शादी, स्कूल में हुई थी मुलाकात
Barielly News Janki Chang Religion हिंदू संगठनों की मदद से दोनों ने भुता थाने के सामने अयोध्या धाम मंदिर में सात फेरे लिए। राम ने जानकी की मांग भरी और हमेशा के लिए अपना लिया। शादी के बाद जानकी ने थाने में एक शिकायती पत्र दिया जिसमें कहा कि उन्हें और उनके पति राम को उनके परिवार वालों से खतरा है।
जागरण संवाददाता, बरेली। परिवार के लाख विरोध के बाद भी फराह ने राम को नहीं छोड़ा। अपने राम के लिए वह फराह से जानकी बनी और भुता के अयोध्या धाम मंदिर में सात फेरे ले लिए। राम और फराह का प्रेम प्रसंग पिछले करीब पांच सालों से चल रहा था।
गांव के ही एक स्कूल में फूल तोड़ने के दौरान दोनों की मुलाकात हुई। पहली नजर में ही दोनों ने एक दूसरे को पसंद करना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे दोनों की नजदीकियां बढ़ी और उनका प्रेम परवान चढ़ने लगा। नौबत शादी की आई तो परिवार वालों ने विरोध कर दिया।
पहले तो राम ने जानकी उर्फ फराह की खुशी के लिए अलग होने का फैसला लिया, लेकिन जानकी ने राम का हाथ नहीं छोड़ने का प्रण लिया था। जानकी के नहीं मानने पर परिवार वालों ने उनको प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। उनके साथ मारपीट की, अभद्र व्यवहार किया।
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जिस समय जानकी के परिवार वाले उनके साथ मारपीट कर रहे थे। उस समय वह फोन पर राम से ही बात कर रही थीं। उन्होंने राम से गुहार लगाई कि वह उन्हें उनके परिवार से बचा लें। राम दौड़ते हुए उनके घर पहुंचे और उन्हें बचाया। दोनों का यह प्रेम प्रसंग पूरे गांव में फैल गया, लेकिन जानकी ने इसकी चिंता नहीं की। शनिवार को वह अपने घर से भागी और राम के पास आ गईं।
शादी में जमकर बजे ढोल, फूटे पटाखे
इस तरह की शादी अक्सर चोरी छिपे होती हैं, लेकिन राम और जानकी की शादी थाने के सामने एक दो नहीं बल्कि कई लोगों के सामने मंदिर में हुई। स्थानीय लोगों ने शादी में जमकर पटाखे फोड़े, ढोल बजाए। इस मौके पर पुलिस कर्मी भी मौजूद रहे।
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