Bareilly News: फाटक के जाम में फंसी एंबुलेंस में प्रसव, दर्द से छटपटाती रही गर्भवती; नवजात की मौत
Bareilly News रेल फाटक पर जाम में फंसी एंबुलेंस में रविवार को गर्भवती का प्रसव हो गया। वह दर्द से छटपटाती रहीं थीं। एंबुलेंस में जन्मे नवजात को भी तुरंत उपचार की जरूरत थी मगर अफसोस...! अव्यवस्था और अफरातफरी के बीच नवजात की मृत्यु हो गई। रेल फाटक पर इससे पहले भी दर्जनों बार एंबुलेंस फंस चुकी मरीज कराहते रहे जाते हैं। इसके बावजूद ओवरब्रिज नहीं बन सका।
संवाद सहयोगी, फरीदपुर (बरेली)। रेल फाटक पर जाम में फंसी एंबुलेंस में रविवार को गर्भवती का प्रसव हो गया। वह दर्द से छटपटाती रहीं थीं। एंबुलेंस में जन्मे नवजात को भी तुरंत उपचार की जरूरत थी मगर, अफसोस...! अव्यवस्था और अफरातफरी के बीच नवजात की मृत्यु हो गई।
रेल फाटक पर इससे पहले भी दर्जनों बार एंबुलेंस फंस चुकी, मरीज कराहते रहे जाते हैं। इसके बावजूद ओवरब्रिज नहीं बन सका।
सितारगंज गांव में रहने वाली प्रेमवती को तड़के प्रसव पीड़ा हुई तो पति गोविंद ने 108 एंबुलेंस बुलाई। उन्होंने बताया कि सुबह चार बजे एंबुलेंस टीचर्स कालोनी के पास क्रासिंग पर पहुंची तो रेल फाटक बंद था। कुछ देर बाद फाटक खुल गया मगर, दर्जनों वाहनों के कारण जाम लग गया था। इस बीच प्रेमवती को प्रसव पीड़ा तेज होती गई।
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चालक प्रयास कर रहा था कि किसी तरह एंबुलेंस को रास्ता मिल जाए मगर, सफलता नहीं मिली। इस बीच प्रेमवती को एंबुलेंस में ही प्रसव हो गया। स्वजन के अनुसार, प्रेमवती बेसुध हो चुकी थीं। उनके नवजात बेटे को ठीक से सांस नहीं आ रही इसलिए तुरंत उपचार की जरूरत थी।
आधे घंटे बाद जाम खुला तब एंबुलेंस को रास्ता मिला मगर, देर हो चुकी थी। दोनों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, वहां चिकित्सकों ने नवजात को मृत घोषित कर दिया। प्रेमवती का उपचार शुरू हुआ लेकिन, आंखें खोलने के कुछ देर बाद ही बेटे की मृत्यु ने उन्हें झकझोर दिया। अपनी तकलीफ भूलकर वह नवजात बेटे को याद कर सिसकती रहीं।
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इस फाटक पर ओवरब्रिज को लेकर स्थानीय नागरिक कई बार आंदोलन कर चुके हैं। पिछले वर्ष ओवरब्रिज का प्रस्ताव शासन ने पास कर दिया था। इसके बाद रेलवे से अनापत्ति नहीं मिलने के कारण निर्माण फंस गया।