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Bareilly News : रिपोर्ट न देने पर 90 बिजली इंजीनियरों का वेतन रोका, यह है पूरा मामला

Bareilly News in Hindi इनमें शहरी क्षेत्र के 37 और ग्रामीण इलाकों में 54 इंजीनियरों का अगस्त का वेतन रोकने के निर्देश जारी किए हैं। इनमें जेई से लेकर अधीक्षण अभियंता स्तर के इंजीनियर शामिल हैं। ठेका एजेंसियों के विरुद्ध कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। निर्धारित समय में काम पूरे न हो पाने के कई कारण हैं।

By Veer Singh Yadav Edited By: Mohammed Ammar Updated: Mon, 09 Sep 2024 11:34 PM (IST)
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लापरवाही बरतने पर मिली इंजीनियरों को मिली सजा।

जागरण संवाददाता, बरेली। निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए स्वीकृत भूमिगत हाईटेंशन लाइन बिछाने, जर्जर लाइनें बदलने और ट्रांसफार्मरों मरम्मत के काम अधूरे पड़े हैं। ठेका एजेंसियों के काम की रिपोर्ट निगम के उच्च अधिकारियों को उपलब्ध न कराने पर बरेली जोन के 90 इंजीनियरों पर कार्रवाई करते हुए वेतन रोक दिया।

संबंधित क्षेत्रों में अधूरे काम के कारण ट्रिपिंग के साथ बिजली कटौती की समस्या जारी है। बिजली निगम में वर्ष-2023-24 में विभिन्न पूंजीगत योजनाओं से कराए कराए जाने वाले काम निर्धारित समय अवधि में पूरे नहीं हो सके।

संबंधित योजनाओं में देरी के कारण और एजेंसी द्वारा वर्ष-2024 अगस्त माह तक हो चुके 70 प्रतिशत काम की रिपोर्ट निगम के उच्च अधिकारियों की मांग गई। रिपोर्ट का आधार जेई की मेजरमेंट बुक (एमबी) बनाया, लेकिन जिले के इंजीनियरों की ओर से विभिन्न योजनाओं में हुए काम की रिपोर्ट निर्धारित समय में उपलब्ध नहीं कराई जा सकी। उच्च अधिकारियों के निर्देश पर मुख्य अभियंता बरेली जोन-प्रथम इंजीनियरों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए अगस्त माह का वेतन रोक दिया।

इनमें शहरी क्षेत्र के 37 और ग्रामीण इलाकों में 54 इंजीनियरों का अगस्त का वेतन रोकने के निर्देश जारी किए हैं। इनमें जेई से लेकर अधीक्षण अभियंता स्तर के इंजीनियर शामिल हैं। ठेका एजेंसियों के विरुद्ध कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। निर्धारित समय में काम पूरे न हो पाने के कई कारण हैं। इनमें शटडाउन भी है। समय से काम की एमबी रिपोर्ट न भेजना लापरवाही का दर्शाता है, जिसके तहत वेतन रोकने की कार्रवाई हुई।

रणविजय सिंह, मुख्य अभियंता, विद्युत वितरण बरेली जोन प्रथम।