UP News: खुद को वायुसेना का अफसर बता रहा था; फ्लाइट लेफ्टिनेंट की वर्दी में घूमते पुलिस ने पूछा...तो सामने आई चौकाने वाली सच्चाई
Bareilly Crime News In Hindi बरेली में खुद को वायुसेना अफसर बताने वाला जालसाज गिरफ्तार किया गया है। बलिया के उभांव थाना स्थित बहुतचक उपाध्याय गांव निवासी है आरोपित। एयरफोर्स स्टेशन गेट के बाहर फ्लाइट लेफ्टिनेंट की वर्दी में घूमते पकड़ा गया है। गाड़ी में वर्दी भी साथ रखता था। बताया कि वह एयरफोर्स गेट के पास अपने जूते व अन्य सेना के सामान लेने के लिए आया करता था।
जागरण संवाददाता, बरेली। खुद को वायुसेना अफसर बताने वाले जालसाज इंदर कुमार माली को पुलिस ने पकड़ लिया। आरोपित उस वक्त पकड़ा गया जब वह एयरफोर्स स्टेशन गेट के बाहर वायुसेना के फ्लाइट लेफ्टिनेंट की वर्दी पहनकर घूम रहा था। पूछताछ में उसने खुद को वायुसेना में फ्लाईट लेफ्टिनेंट बताया।
आइडी कार्ड व अन्य प्रपत्र चेक किए तो उसका भेद खुल गया। सहायक सुरक्षा अधिकारी वायुसेना ने इज्जतनगर पुलिस को जानकारी दी, जिसके बाद आरोपित को पकड़कर थाने ले जाया गया। आरोपित के विरुद्ध धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज तैयार करने, प्रयोग करने, धारा-6 आधिकारिक अधिनियम 1923 में प्राथमिकी लिखकर उसे जेल भेज दिया।
हल्द्वानी में रहने का बताया कारण
इज्जतनगर पुलिस के अनुसार, आरोपित इंदर कुमार माली बलिया जनपद के उभांव थाना स्थित बहुतचक उपाध्याय गांव का निवासी है। बीते तीन साल से वह हल्द्वानी में रह रहा था। हल्द्वानी में रहने का कारण पूछने पर बताया कि पत्नी को बताया था कि एयरफोर्स में पायलट अफसर हैं। आस-पास के लोगों में भी यह प्रचार करने लगा कि वह एयरफोर्स में अधिकारी है। वहां पर उसकी साठगांठ है और किसी की भी आसानी से नौकरी भी लगवा देगा। लिहाजा, नई जगह पर मुहल्ले के सभी लोग उसको एयरफोर्स अधिकारी समझ बैठे।ये भी पढ़ेंः Valentine Day Week में आज है रोज डे; लव थर्मामीटर से प्रेमी नापेंगे प्यार का बुखार, कितना गहरा है मोहब्बत का रंग, ऐसे चलेगा पता
पास मिले शैक्षिक प्रपत्र
पवन मेहता, ज्योति मेहता व एक अन्य युवक से उसने उनके शैक्षिक प्रपत्र लिए। एडवांस के तौर पर प्रति व्यक्ति एक लाख 50 हजार रुपये तय हुए। यूनीफार्म व बरामद आइडी बरेली के पते से मिली। इस बावत आरोपित ने बताया कि ऐसा इसलिए किया गया कि हल्द्वानी के लोगों को कोई शक नहीं हो। बाकायदा, खुद की तैनाती भवाली में बताता था। आरोपित के पास से तीन आधार कार्ड, तीन एटीएम कार्ड, एक सेना का फर्जी आई कार्ड, सेना का लोगो लगी डस्टर कार, दो मोबाइल फोन, पांच सिम कार्ड व अन्य कागजात बरामद हुए।ये भी पढ़ेंः UP News: हर सवाल का जवाब हूं, मैं महाभारत का बरनावा हूं...यह है लाक्षागृह का 53 साल पुराना पूरा मामला
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।गाड़ी में हमेशा टांगकर रखता सेना की वर्दी व कैप
इज्जतनगर पुलिस के अनुसार, आरोपित ने डस्टर गाड़ी आठ माह पूर्व श्रीराम फाइनेंस से किश्तों पर ली थी। गाड़ी इसलिए खरीदी, ताकि लोग उसे सेना का अफसर समझे। गाड़ी में सेना की वर्दी व कैप हमेशा टांगकर रखता था। दुकानदारों पर रौब जमाकर डिस्काउंट कराकर कम रुपये देता था।खुफिया एजेंसी के अफसरों ने की आरोपित से पूछताछ
वायुसेना अफसर के नाम पर जालसाजी की जानकारी पर खुफिया एजेंसी भी सक्रिय हो गईं। खुफिया एजेंसियों ने भी आरोपित से अलग-अलग पूछताछ की। आरोपित के मोबाइल से मिले नंबरों पर टीम काम कर रहीं हैं। यह जांचा जा रहा है कि आरोपित के संपर्क में कौन-कौन से लोग थे?