Bareilly Police : गवाही देने से बच रहा विवेचक, ADG कराएंगे गिरफ्तारी- यह है पूरा मामला
आंवला पुलिस ने वारंट की तामील भी विवेचक पर कर दी है। इसके बावजूद वह कोर्ट में हाजिर नहीं हो रहा जिससे मामला निर्णय के बिना अटका पड़ा है। आरोपित लगातार कोर्ट में हाजिर हो रहा है। केस में तीन गवाहों ने गवाही दे दी है। चौथा गवाह मुकदमे का विवेचक है जिसकी गवाही के बिना अदालत में बीते एक साल से फैसला अटका पड़ा है।
जागरण संवाददाता, बरेली। अगर मुकदमे का विवेचक ही मुल्जिम से साज कर जाए तो उसका जो अंजाम होगा, उसे आसानी से समझा जा सकता है। ऐसा ही एक मामला आंवला थाना क्षेत्र का है। मुकदमा दुष्कर्म से जुड़ा है। जहां बीते एक साल से मुकदमे का विवेचक ही गवाही देने से बच रहा है। उसके खिलाफ लगातार गिरफ्तारी वारंट जारी हो रहे हैं, बावजूद दारोगा कोर्ट में हाजिर नहीं हो रहा।
एक साल से अटका पड़ा है फैसला
वर्ष 2021 में मुल्जिम बख्तावर पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज हुआ था। बख्तावर को कोर्ट से जमानत मिल गई। आरोपित लगातार कोर्ट में हाजिर हो रहा है। केस में तीन गवाहों ने गवाही दे दी है। चौथा गवाह मुकदमे का विवेचक है जिसकी गवाही के बिना अदालत में बीते एक साल से फैसला अटका पड़ा है।
अदालत ने आशंका जताई है कि विवेचक ने मुल्जिम से सांठगांठ कर ली है, जिस कारण वह कोर्ट में गवाही न देकर मुकदमे को अनंत काल तक लटकाए रखना चाहता है। इस केस की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट कर रही है। चार्जशीट दाखिल होते ही कोर्ट ने गवाही शुरू कर दी। तीन गवाह अपना सबूत दे चुके हैं। अब बारी मुकदमे के विवेचक मनोज कुमार सिंह की गवाही की है।
कोर्ट लगातार बीते बीते साल से गिरफ्तारी वारंट जारी कर रही है। आंवला पुलिस ने वारंट की तामील भी विवेचक पर कर दी है। इसके बावजूद वह कोर्ट में हाजिर नहीं हो रहा, जिससे मामला निर्णय के बिना अटका पड़ा है। गुरुवार को फास्ट ट्रैक कोर्ट-प्रथम के जज रवि कुमार दिवाकर ने एडीजी के जरिए गैर जमानती वारंट भेजकर विवेचक को गिरफ्तार करने के आदेश दिए हैं। मामले की अगली सुनवाई नौ जुलाई को होगी।