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Bareilly Shootout : बरेली गैंगवार कांड में 21 और आरोपियों के मुकदमे में खुले नाम, सीओ ने बताई यह बात

Bareilly News in Hindi हिस्ट्रीशीटर कृष्णपाल यादव उर्फ केपी यादव की सरेंडर अर्जी पर शनिवार को इज्जतनगर पुलिस से रिपोर्ट कोर्ट नहीं पहुंची। ना ही आरोपित की तरफ से कोई पहुंचा। सीजेएम सौरभ कुमार वर्मा ने इज्जतनगर पुलिस की तरफ से रिपोर्ट दाखिल होने के इंतजार में दो जुलाई तारीख नियत कर दी है। पुलिस मामले में लगातार कार्रवाई कर रही है।

By Jagran News Edited By: Mohammed Ammar Updated: Sat, 29 Jun 2024 10:36 PM (IST)
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मुख्य आरोपितों राना समेत 27 आरोपितों की हो चुकी है गिरफ्तार, एक अस्पताल में
जागरण संवाददाता, बरेली। प्लाट कब्जे को लेकर पीलीभीत बाइपास रोड पर हुए गैंगवार मामले में शामिल आरोपितों पर शिकंजा बढ़ता जा रहा है। मुख्य आरोपित राजीव राना, उसके भाई, बेटे व गुर्गों समेत 26 आरोपितों को जेल भेजने के बाद पुलिस ने मुकदमे में 21 और आरोपितों के नाम खोले है।

सभी की पहचान घटना की प्रसारित वीडियो व आस-पास के सीसीटीवी कैमरों से की गई है। अन्य आरोपितों की भी सीसीटीवी कैमरों से पुलिस पहचान में जुटी है।

अब तक 27 की हो चुकी है गिरफ्तारी

पूरे घटनाक्रम में अब तक 27 आरोपितों की गिरफ्तारी की जा चुकी है जिसमें से 26 को जेल भेजा जा चुका है। एक आरोपित रोहित ठाकुर अस्पताल में भर्ती है। जेल भेजे जाने वाले आरोपितों में आदित्य उपाध्याय, अभिराज, शिवओम कुमार, रविंद्र, सनोज, संदेश, पंकज, ओमकार राठौर, ललित सक्सेना, अर्जुन कश्यप, शैलेश प्रताप, अनिल उर्फ सनी, संजीव, विशाल, मुनाजिर अली उर्फ मुन्ना लभेड़ा, नमन गोस्वामी, हर्ष शर्मा, रोहित सिंह, संजय सिंह, होटल सीके वैली के मैनेजर मनोज कटियार, सरगना राजीव राना, उसके भाई हरिओम सिंह, राधेश्याम, बेटे आशीष, राजन राना व ड्राइवर दिनेश को जेल भेज दिया।

आरोपितों में पुलिस ने ललित सक्सेना को मुठभेड़ में पकड़ा था। उसका लंबा आपराधिक इतिहास है जबकि राजीव राना ने होटल पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई के दौरान सरेंडर किया था। सीके वैली होटल का मालिक चांद मियां, केपी यादव, संजय राना फरार हैं। 21 जिन आरोपितों के नाम पुलिस ने मुकदमे में खोले हैं। उनका भी आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है।

संजय राना के सरेंडर की फैली अफवाह

नाटकीय घटनाक्रम के बीच घटना के मुख्य आरोपित राजीव राना के सरेंडर के बाद शनिवार को उसके भाई संजय राना के सरेंडर की भी अफवाह फैल गई। पता चला कि आरोपित संजय बुलडोजर के डर से खुद ही थाने पहुंच गया और सरेंडर कर दिया।

बताया गया कि पूछताछ के लिए पुलिस आरोपित को दूसरे स्थान पर लेकर पहुंची है क्योंकि घटना के लिए संजय ने ही बदमाश कंपनी तैयारी की थी। रात में स्थिति साफ हुई कि आरोपित ने सरेंडर नहीं किया है। सरेंडर की बात महज अफवाह है।

पूरे घटनाक्रम में शामिल एक-एक आरोपितों पर कार्रवाई की जा रही है। प्रसारित वीडियो व सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मुकदमे में 21 और आरोपितों के नाम खोले गए हैं। सभी की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगीं हैं।

 अनीता चौहान, सीओ तृतीय

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