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भितरघात या कोई और कारण...? UP की इन दो लोकसभा सीटों पर भाजपा ने भेजे बड़े नेता; आलाकमान को सौपेंगे रिपोर्ट

भारतीय जनता पार्टी को लोकसभा चुनाव परिणामों में करारा झटका मिला है। उत्तर प्रदेश में भाजपा 33 सीटों पर सिमट गई। हार के कारणों का पता लगाने के लिए भाजपा ने टीम तैयार कर दी है। यूपी की बरेली और आंवला लोकसभा सीट पर भितरघात हुआ या फिर कोई और मुद्दा हार का कारण बना। तमाम सवालों के उत्तर जानने के लिए आलाकमान ने पर्यवेक्षकों को मैदान में उतारा है।

By Ashok Kumar Arya Edited By: Abhishek Pandey Updated: Wed, 19 Jun 2024 06:51 PM (IST)
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भाजपा में भितरघात या वोटरों को नहीं सके साध, तैयार होगी रिपोर्ट

जागरण संवाददाता, बरेली। भारतीय जनता पार्टी के जिले की दोनों संसदीय सीटों पर प्रदर्शन की समीक्षा के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं। टीमें दोनों लोकसभा सीट पर बुधवार को हर बूथ पर मिले वोटों की समीक्षा करेंगी। पार्टी में कहां भितरघात हुआ, कहां पार्टी कार्यकर्ता वोटरों को नहीं साध पाए, विरोध क्यों रहा आदि कारणों को जानेंगे। लोकसभा निर्वाचन 2024 में जिले की बरेली संसदीय सीट पर भाजपा के प्रत्याशी छत्रपाल सिंह गंगवार 5,67,127 वोट लेकर विजयी हुए।

उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी सपा-कांग्रेस गठबंधन के प्रत्याशी प्रवीण सिंह ऐरन को 34,804 वोटों से हराया। यहां पार्टी की जीत का अंतर वर्ष 2019 से बहुत कम रहा। उस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी संतोष गंगवार ने 1,67,282 वोटों से जीत हासिल की थी। पांच वर्ष में भाजपा प्रत्याशी के वोट का आंकड़ा मात्र 1,857 वोट ही बढ़ सका। भोजीपुरा और नवाबगंज विधानसभा क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी को सपा से कम वोट मिले। उधर, आंवला में भाजपा प्रत्याशी धर्मेंद्र कश्यप सपा-कांग्रेस गठबंधन प्रत्याशी नीरज मौर्य से 15,969 वोटों से हार गए।

पार्टी का दोनों सीटों पर कम हुआ वोट प्रतिशत

वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी धर्मेंद्र कश्यप को 5,37,675 वोट मिले थे। इस चुनाव में उन्हें 4,76,546 वोट ही मिले। पांच वर्ष में पार्टी को इस सीट पर 61,129 वोटों का नुकसान हुआ। पार्टी का दोनों सीटों पर वोटर कम हुआ है। जनहित की तमाम योजनाओं का लाभ बांटने, कड़ी मेहनत, लगातार अभियान चलाने के बावजूद पार्टी का वोट घटने से शीर्ष स्तर पर चिंता है।

वोटों में यह गिरावट भितरघात या फिर कार्यर्ताओं द्वारा वोटरों को नहीं साध पाने के कारण हुआ, या कोई अन्य कारण रहा, यह पता लगाने के लिए विस्तृत समीक्षा शुरू हो रही है। इसके लिए पार्टी ने पर्यवेक्षक बनाए हैं।

समीक्षा के लिए भेजे गए नेता

कानपुर क्षेत्र के क्षेत्रीय अध्यक्ष सूर्य प्रकाश पाल और पश्चिमी क्षेत्र के क्षेत्रीय महामंत्री हरिओम शर्मा बुधवार को बरेली लोकसभा सीट के मीरगंज, भोजीपुरा और नवाबगंज विधानसभा क्षेत्र की समीक्षा करेंगे।

वहीं, प्रदेश महामंत्री व विधायक कानपुर नीलिमा कटियार और पश्चिमी क्षेत्र के अध्यक्ष सत्येंद्र सिसौदिया आंवला संसदीय सीट के आंवला, बिथरीचैनपुर और फरीदपुर विधानसभा क्षेत्र में बैठक कर बूथ वार समीक्षा करेंगे। पर्यवेक्षक पार्टी का वोट कम होने के कारणों का पता लगाकर विस्तृत रिपोर्ट आला कमान को सौंपेंगे।

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