रुपये तो देने ही होंगे वरना…, चकबंदी लेखपाल ने जेब गर्म करने के लिए किसान को किया मजबूर, बदले में मिला ऐसा सबक
कृषि भूमि की पैमाइश के लिए 20 हजार रुपये रिश्वत लेते चकबंदी लेखपाल नितेश माहेश्वरी को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी पीलीभीत के पूरनपुर स्थित मुहल्ला कायस्थान का निवासी है। एंटी करप्शन के इंस्पेक्टर प्रवीण सान्याल की ओर से आरोपी के विरुद्ध सुभाषनगर थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा में प्राथमिकी लिखाई गई। फिर आरोपी को जेल भेज दिया गया।
जागरण संवाददाता, बरेली। कृषि भूमि की पैमाइश के लिए 20 हजार रुपये रिश्वत लेते चकबंदी लेखपाल नितेश माहेश्वरी को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी पीलीभीत के पूरनपुर स्थित मुहल्ला कायस्थान का निवासी है।
एंटी करप्शन के इंस्पेक्टर प्रवीण सान्याल की ओर से आरोपी के विरुद्ध सुभाषनगर थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा में प्राथमिकी लिखाई गई। फिर आरोपी को जेल भेज दिया गया।
यह है पूरा मामला
विशारतगंज के ढका गांव निवासी प्रद्युम्न ने एंटी करप्शन टीम से मामले में शिकायत की थी। उन्होंने टीम को बताया कि तहसील आंवला की कृषि भूमि गाटा संख्या 743, 654, 1029, 1500, 882 व 132 की पैमाइश होनी थी।इस संबंध में चकबंदी लेखपाल नितेश माहेश्वरी से कहा तो उन्होंने समस्त कार्य आंवला तहसील से ही हो जाने की बात कही, लेकिन इसके एवज में 20 हजार रुपये रिश्वत मांगी। प्रद्युम्न का आरोप है कि उन्होंने आरोपी से काफी अनुरोध किया। किसान होने का हवाला देकर रुपये ना होने की बात कही। तब आरोपी ने कहा कि 20 हजार रुपये तो देने ही होंगे वरना तहसील के चक्कर लगाते-लगाते थक जाओगे।
इसके बाद किसान ने आरोपी को सबक सिखाने की ठान ली। आरोपी की शिकायत पर एंटी करप्शन टीम ने घेराबंदी की। सुभाषनगर के मुहल्ला पुरानी चांदमारी स्थित बेचे सिंह के जिस मकान पर वह रहता था। उसी के बाहर आरोपी को 20 हजार रुपये लेते गिरफ्तार कर लिया।
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