उम्रकैद की सजा पा चुका हत्यारा बरेली की सेंट्रल जेल से फरार, किसी को नहीं लगी भनक; अब तलाश में लगाई गईं टीमें
बरेली की सेंट्रल जेल से एक हत्यारे ने बुधवार शाम को फरार होकर पुलिस और जेल प्रशासन को हैरान कर दिया। उम्रकैद की सजा पा चुका यह कैदी कृषि फार्म से फरार हुआ है। उसकी गिरफ्तारी के लिए टीमें लगाई गई हैं। इस लापरवाही के लिए बंदी रक्षकों और कारापालों से पूछताछ की जा रही है। आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाली जा रही है।
जागरण संवाददाता, बरेली। सेंट्रल जेल में बंद हत्यारा हरपाल बुधवार शाम कृषि फार्म से फरार हो गया। फरार बंदी के गिरफ्तारी के लिए टीमें लगा दी गईं हैं। उम्रकैद की सजा होने पर पिछले वर्ष जुलाई में उसे सेंट्रल जेल लाया गया था।
उसके फरार होने में बंदी रक्षकों एवं कारापाल की लापरवाही मानी जा रही है। अधिकारी उनसे पूछताछ कर रहे हैं। उन सभी पर कार्रवाई की तैयारी भी है। एक मई 2017 को फतेहगंज में लिंटर डालने पर विवाद हुआ था। उसमें हरपाल, गिरीश व रघुवर ने गोली मारकर सोनपाल की हत्या कर दी थी। इस मामले में सजा होने पर हरपाल व अन्य को जेल भेजा गया।
पुलिस के अनुसार, सेंट्रल जेल के बंदियों-कैदियों से कृषि कराए जाते हैं। इसी क्रम में बुधवार को कुछ कैदियों को जेल की दीवार से बाहर कृषि फार्म ले जाया गया था। हरपाल को खेत की जोताई के लिए ट्रैक्टर दिया गया था। निगरानी में लगे बंदी रक्षकों ने बताया कि चार बजे तक वह ट्रैक्टर पर था। सवा चार बजे वह ट्रैक्टर छोड़ फरार हो गया। आसपास तलाशने पर भी वह नहीं मिला तो सभी कैदियों को एकत्र कर गिनती कराई गई।
एसपी सिटी मानुष पारिक ने बताया कि बंदी रक्षकों एवं कारपालों से पूछताछ की जा रही है। फरार हरपाल के घर व रिश्तेदारों के यहां पुलिस टीमें भेजी गई हैं। इसके साथ ही आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से भी मदद ली जा रही है। जेल अधीक्षक अविनाश मिश्रा ने फोन काल रिसीव नहीं की। पूरे प्रकरण की जानकारी शासन को भी भेजी गई है।
रामपुर में जेल से बाहर आए कैदी ने किया कब्जे का प्रयास
पेरोल पर जेल से बाहर आए आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी ने अपने साथियों की मदद से दो भाइयों की पैतृक संपत्ति पर कब्जे का प्रयास किया, इसके लिए निर्माण को भी तोड़ दिया। दोनों भाइयों ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से शिकायत की है।ग्राम पजाबा हाल निवासी मुहल्ला शाहूजीनगर मिलक निवासी लेखपाल और उनके भाई फतेहपाल ने जिलाधिकारी से दबंगों की शिकायत की है। कहा है कि उनकी रास डंडिया पर पैतृक संपत्ति है। इस भूमि पर 30 वर्ष पुरानी चार दुकानें बनी हुई हैं।
दुकानों के पूरब में खाली जगह है, जिस पर जाने के लिए गेट लगा है। छह अक्टूबर को रात में पट्टी हसनपुर और पुन्नापुर के दो लोगों ने अपने साथियों की मदद से गेट को तोड़ उनकी खाली पड़ी जमीन पर कब्जे का प्रयास किया। आरोपित में एक उम्रकैद की सजा काट रहा है और वर्तमान में पेरोल पर आया है। उन्होंने सभी आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।