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Bareilly News: जातिगत अपमान से तंग आकर युवक ने की आत्महत्या, वीडियो बनाकर बयां किया था अपना दर्द

Bareilly News उत्तर प्रदेश के बरेली में एक वंचित जाति के व्यक्ति ने जातिगत अपमान से तंग आकर आत्महत्या कर ली। मृतक ने एक वीडियो बनाया है जिसमें वह कह रहा है कि मैं वंचित जाति में पैदा हुआ इसमें मेरा क्या कुसूर है? पुलिस ने तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मृतक के दो बेटियां हैं।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sun, 27 Oct 2024 10:56 PM (IST)
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Bareilly News: खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर का उपयोग किया गया है।
जागरण संवाददाता, बरेली। समाज की रीढ़ (समानता) पर चंद लोगों ने ऐसी चोट की, जिसने सभ्य समाज के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दीं। जिला अस्पताल के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नीरज के साथ जो हुआ, वह बेहद शर्मनाक था।

शुक्रवार को उन्होंने आत्महत्या से पहले जो वीडियो बनाया, उन शब्दों पर गौर करें...'मैं वंचित जाति के परिवार में पैदा हुआ, इसमें मेरा क्या कुसूर है ? कुछ लोग जातिसूचक शब्द बोलकर अपमानित करते हैं। क्या वंचित जाति में जन्म लेना गुनाह है। ऐसा लगता है कि मैं वंचित जाति का होने के कारण खुद से घृणा करने लगा हूं...। रविवार को उनका यह वीडियो पुलिस को सौंपकर आरोपितों पर कार्रवाई की मांग की गई।

फंदे पर लटका मिला था शव

शुक्रवार को नीरज का शव फंदे से लटका मिलने के बाद स्वजन भी नहीं समझ पा रहे थे कि ऐसा कदम क्यों उठाया। बाद में उनका मोबाइल फोन देखा तब वीडियो मिला। उसमें वह कह रहे कि कैलाशपुरम में 20.50 लाख रुपये का खरीदा था। जब से मकान खरीदा तब से पड़ोसी अपमानित करता था। कहता था कि वंचित जाति के युवक को मकान क्यों दे दिया गया। वह शब्दों से टार्चर करता था।

वंचित जाति के परिवार में पैदा होना क्या गुनाह है? मैं सरकार से कहना चाहता हूं कि नया आदेश लाएं, इस तरह के शब्दों को हटा दें। लोग जातिसूचक शब्द कहकर अपमानित करते हैं।

प्रेमनगर में है पुराना घर

उनके स्वजन ने पुलिस को बताया कि प्रेमनगर में पुराना घर है। कुछ समय पहले कैलाशपुरम में नया मकान खरीदा तब पड़ोसी ने आपत्ति जताई। बाद में उस मकान में रहने नहीं दिया। दूसरे को बेचना चाहा तब भी बाधा लगा दी। शुक्रवार को नीरज एक आशा कर्मी को अपना मकान दिखाने गए थे। वह किसी को किराए पर उस मकान को दिलाना चाहती थीं। उस समय भी पड़ोसी व उसके दोनों बेटों ने घेर लिया। जातिसूचक शब्द कहे, धमकाया कि मकान बेचने के बारे में सोचा तो समझ लेना...। आरोपित चाहते थे कि मकान उन्हें दे दें। इसके बदले वे जो रकम दें, उसे रख लें। पड़ोसी व उसके बेटे न तो मकान में रहने दे रहा था, न ही उसकी बिक्री करने देता।

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दो बेटियां हैं, परिवार चलाने को करते हैं मेहनत

प्रसारित वीडियो में नीरज ने कहा कि उन्होंने लोन लेकर नया मकान खरीदा था। जब आरोपितों ने दबाव बनाया तो यहां तक कह दिया कि यदि यहां रहने नहीं देना चाहते तो मकान वे लोग ही खरीद लें। मैंने जितनी किस्तें दे दीं, वे मुझे नकद दें। बाकी बची रकम बैंक में जमा कर मकान ले लें। आरोपित इस पर भी तैयार नहीं थे। मेरी दो बेटियां हैं जिनकी परवरिश व परिवार चलाने के लिए मेहनत कर रहा हूं। अब इतने रुपये नहीं हैं कि पड़ोसियों से लड़ झगड़कर मुकदमेबाजी कर सकें। आरोपित दबंग हैं इसलिए थानों में भी उनकी पकड़ है।

उनकी पत्नी नीतू ने बताया कि पड़ोसियों की प्रताड़ना से तंग आकर नीरज ने आत्महत्या की है। एसपी सिटी मानुष पारिक ने बताया कि तीन के खिलाफ तहरीर मिली है। वीडियो भी देखा गया है, उसे कब बनाया गया, इसे परखा जा रहा।

(दैनिक जागरण प्रसारित वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।) 

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