बरेली में पलायन करने वाले परिवार के साथ आया हिंदू संगठन, अब गांव में करेगा सभा
परसोना गांव में हिंदू परिवार द्वारा पलायन के मामले में नया मोड़ आ गया है। एक तरफ अधिकारी पंचायत की बात कहकर समझौता कराने की बात कह रहे हैं तो दूसरी तरफ पलायन की बात कहने वाले परिवार ने किसी भी समझौतेे से इन्कार किया है।
बरेली, जेएनएन। परसोना गांव में हिंदू परिवार द्वारा पलायन के मामले में नया मोड़ आ गया है। एक तरफ अधिकारी पंचायत की बात कहकर समझौता कराने की बात कह रहे हैं तो दूसरी तरफ पलायन की बात कहने वाले परिवार ने किसी भी समझौतेे से इन्कार किया है। उसने साफ कहा है कि उसके परिवार को अभी भी परेशान किया जा रहा है। वहीं मामले की जानकारी के बाद हिंदू परिवार के साथ हिंदू संगठन के लोग भी उतर आए हैं। उन्होंने हिंदू परिवार के पक्ष में गांव में सभा करने और उनके घर जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान किया है।
बिथरीचैनपुर के परसोना गांव निवासी इकराम सिंह ने बरेली पुलिस के ट्विटर पर वीडियो डालकर ट्विट करते हुए कहा था कि गांव के दूसरे संप्रदाय के लोगों ने पंचायत कर उनके परिवार का हुक्का पानी बंद करने का एलान किया था। इस दौरान गांव में उनकी दुकानों से सामान खरीदने पर पूरी तरह रोक लगा दी थी। जिसके चलते उनकी दुकानें बंद हो गईं थी। आरोप है कि उनके भाई राजीव के मोबाइल से धार्मिंक टिप्पणी का मुकदमा दर्ज कराकर फंसा दिया गया था। जेल से छूटने के बाद आरोपितों के खौफ में भाई परिवार के साथ ससुराल में जाकर रहने लगा।
इकराम का आरोप है कि दूसरे संप्रदाय के लोग गांव में रहने के लिए धर्म परिवर्तन तक का दबाव बना रहे हैं। ट्विटर पर शिकायत के बाद पुलिस गांव पहुंची। पुलिस का दावा है कि पंचायत कराकर दोनों पक्षों में समझौता करा दिया गया है। हुक्का पानी बंद कराने जैसी कोई बात ही नहीं है। वहीं इकराम का साफ कहना है कि पुलिस के दावे झूठे हैं। उसने कोई समझौता नहीं किया है। दूसरे संप्रदाय के लोग उसे अभी भी परेशान कर रहे हैं। उनकी जिस दुकान में तोड़फोड़ की गई थी पुलिस ने वहां सफाई कराई थी। इस दौरान किसी प्रकार की कोई पंचायत नहीं कराई गई।
आज भी उन्हें गांव में काेई सामान नहीं देता है। वहीं इस सम्बंध में हिंदू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष अरुण कुमार व विहिप के जिला सहमंत्री राजेंद्र कनौजिया व सत्संग प्रमुख देवेंद्र पटेल ने गांव मे सभा करने का ऐलान किया है़ । अरुण कुमार ने बताया सभा के बाद गांव मे पीड़ि़त परिवार के घर पर हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा । जिसमे आस पास के गांव से सैकड़ों लोगों को बुलाया जाएगा।