Honeywell Company News : बरेली में हनीवेल कंपनी ने तोड़ी हाईटेंशन लाइन, हुआ धमाका, अंधेरे में डूबे डीडीपुरम और कोहाड़ापीर
Honeywell Company News शाहदाना बिजलीघर के सामने बुधवार शाम हनीवेल कंपनी ने केबिल बिछाने के चलते खोदाई में बिजली की हाईटेंशन लाइन काट दी। इससे डीडीपुरम और कोहाड़ापीर की बत्ती गुल हो गई। इंजीनियरों ने दूसरी लाइनों से सप्लाई शुरू की।
बरेली, जेएनएन। Honeywell Company News : शाहदाना बिजलीघर के सामने बुधवार शाम हनीवेल कंपनी ने केबिल बिछाने के चलते खोदाई में बिजली की हाईटेंशन लाइन काट दी। इससे डीडीपुरम और कोहाड़ापीर की बत्ती गुल हो गई। इंजीनियरों ने दूसरी लाइनों से सप्लाई शुरू की। इसके बाद सिविल लाइंस बिजलीघर से शटडाउन लेकर मरम्मत शुरू की गई।
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत हनीवेल कंपनी शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम कर रही है। इसके लिए खोदाई कर केबिल बिछाया जा रहा है। बुधवार शाम करीब साढ़े छह बजे शहादाना उपकेंद्र और बारादरी थाने के पास खोदाई से 33 केवी की भूमिगत लाइन टूट गई। इससे तेज धमाका हुआ और इससे जुड़े डीडीपुरम और कोहाड़ापीर क्षेत्र की बिजली गुल हो गई। मामले की जानकारी होने पर इंजीनियर काम में जुट गए।
कुछ देर में ही डीडीपुरम को दोहना और कोहड़ापीर को राजेंद्र नगर की लाइन से जोड़ दिया गया। इससे दोनों क्षेत्रों में सप्लाई शुरू हो गई। फिलहाल दोनों लाइनें ओवरलोड नहीं है। इसके साथ ही सिविल लाइंस स्थित 132 केवीए बिजलीघर से डीडीपुरम और कोहाड़ापीर को आने वाली लाइन पर करीब पौने आठ बजे शटडाउन ले लिया गया। शटडाउन लेकर टूटी लाइन की मरम्मत शुरू कराई गई है। एसडीओ धर्मेंद्र यादव ने बताया कि डीडीपुरम और कोहाड़ापीर की सप्लाई लगातार चल रही है।
नगर निगम का कर चुकी है बड़ा नुकसान
हनीवेल कंपनी इससे पहले नगर निगम का भी बड़ा नुकसान कर चुकी है। जिसके तहत कंपनी ने करीब साढ़े चार करोड़ की लागत से बनी स्मार्ट सड़क को बिना अनुमति लिए ही खोद दिया था। कंपनी ने राजेंद्र नगर में बनाई गई स्मार्ट सड़क खोद डाली थी। जिस पर महापौर ने कंपनी का भुगतान रोकने के लिए कमिश्नर को पत्र लिखा था।दरअसल कंपनी स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर स्थापित कर रही थी जिसके तहत सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए केबिल डाली जानी थी जिसके लिए कंपनी ने बिना अनुमति लिए वहां की सड़क खोद डाली थी। जब इस बात की शिकायत पार्षदों ने महापौर से की तो उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए कमिश्नर को पत्र लिखा था।