World Alzheimer's Day 2022: सही समय पर नहीं दिया ध्यान तो आपको भी भूल जाएंगे बुजुर्ग, ये हैं अल्जाइमर के लक्षण और बचाव
World Alzheimers Day Latest News कई केस में यह जैनेटिक भी होता है। उन्होंने बताया कि ऐसे में परिवार को समझना होगा यदि किसी बुजुर्ग को बार-बार चीजें भूलने की बीमारी हो तो उसे नजर अंदाज नहीं करना चाहिए। बल्कि सीधे डाक्टर को दिखाकर उपचार शुरू कराना चाहिए।
By Vivek BajpaiEdited By: Updated: Wed, 21 Sep 2022 10:33 AM (IST)
बरेली, जागरण संवाददाता। World Alzheimer's Day 2022: सिविल लाइंस के रहने वाले 85 साल के एक बुजुर्ग बैंक मैनेजर के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उन्हें हर माह पेंशन के लिए हस्ताक्षर करने पड़ते थे। एक दिन जब वह बैंक पहुंचे तो अपने हस्ताक्षर करना भूल गए। बैंककर्मियों से लेकर घर वाले सभी ने उन्हें याद करने को कहा। मगर वह याद नहीं कर पाए, इसके बाद वह धीरे-धीरे और भी चीजें भूलने लगे। जब डाक्टर से सलाह ली गई तो पता चला कि वह अल्जाइमर के शिकार हुए थे। डाक्टर ने कहा कि इन्हें दवाओं से ज्यादा परिवार वालों की समर्थन की जरूरत है। इसके बाद कुछ व्यायाम और हल्की दवाओं की मदद से उनमें काफी आराम हैं।
जिला अस्पताल के मनोवैज्ञानिक डा. आशीष बताते हैं कि, अल्जाइमर के मरीज अब पहले की तुलना में बढ़ते जा रहे हैं। हर माह करीब 40 लोग अल्जाइमर के शिकार हुए पहुंच रहे हैं। इसकी वजह है कि उम्र बढ़ने के साथ साथ व्यक्ति के दिमाग में एस्टिल कोलिक नाम के कैमिकल की अनिमियतता हो जाती है। जिसकी वजह से अल्जाइमर होता है।कई केस में यह जैनेटिक भी होता है। उन्होंने बताया कि ऐसे में परिवार को समझना होगा यदि किसी बुजुर्ग को बार-बार चीजें भूलने की बीमारी हो तो उसे नजर अंदाज नहीं करना चाहिए। बल्कि सीधे डाक्टर को दिखाकर उपचार शुरू कराना चाहिए। साथ ही उनको प्रतिदिन व्यायाम भी कराना चाहिए। जिससे उनकी भूलने की बीमारी कम हो सके।
कैसे करें अल्जाइमर से बचाव
डा. आशीष बताते हैं कि यदि किसी भी व्यक्ति को शुरू में ही अल्जाइमर के लक्षण दिखाई देते हैं तो व्यक्ति को दिमाग की कसरत करानी चाहिए। इससे काफी फर्क पड़ता है। अल्जाइमर से पीड़ित व्यक्ति को ओमेगा फैटी एसिड खान-पान में ज्यादा लेना चाहिए। शतरंज, सुडोको, जैसे दिमाग लगने वाले खेल भी खेलना चहिए। शारीरिक व्यायाम करने से भी काफी हद तक फायदा मिलता है।
केस नंबर एक
मीरगंज के एक 75 वर्षीय बुजुर्ग का एक्सीडेंट हो गया। जिसकी वजह से उनके सिर में काफी चोट आई। डाक्टरों को सिर की सर्जरी करनी पड़ी। सर्जरी के कुछ महीनों तक तो वह ठीक रहे, लेकिन बाद में वह चीजों को भूलने लगे। मनोचिकित्सक को दिखाया तो पता चला कि उन्हें अल्जाइमर है। अब उन्हें लगातार दवाओं और थैरेपी के माध्यम से इलाज किया जा रहा है। पहले की तुलना में अब वह काफी हद तक ठीक हैं।केस नंबर दो
वृद्धा आश्रम में रहने वाले एक बुजुर्ग अपने कपड़े ही पहनना भूल जाते। जब याद दिलाया जाता तो वह कपड़े पहनते थे। उनकी भी थैरेपी और दवाओं से इलाज किया गया तो अब काफी हद तक ठीक हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।