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आला हजरत हेल्पिंग सोसायटी की अध्यक्ष निदा खान के मामले में काजी अफजल ने कोर्ट में किया सरेंडर, जानें क्या है पूरा मामला

Ala Hazrat Helping Society President Nida Khan आला हजरत हेल्पिंग सोसायटी की अध्यक्ष निदा खान व उनके पति शीरान रजा के बीच चल रहे एक मुकदमे में आरोपित अफजल रजवी ने गुरुवार को कोर्ट में सरेंडर करके वारंट रिकाल करा लिया।

By Samanvay PandeyEdited By: Updated: Fri, 08 Oct 2021 10:32 AM (IST)
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मामले की अगली सुनवाई 11 अक्टूबर को होगी।

बरेली, जेएनएन। Ala Hazrat Helping Society President Nida Khan : आला हजरत हेल्पिंग सोसायटी की अध्यक्ष निदा खान व उनके पति शीरान रजा के बीच चल रहे एक मुकदमे में आरोपित अफजल रजवी ने गुरुवार को कोर्ट में सरेंडर करके वारंट रिकाल करा लिया। बीते दिनों काजी अफजल व शीरान रजा के खिलाफ कोर्ट ने वारंट जारी किया था। वर्ष 2018 में निदा खान ने थाना बारादरी में रिपोर्ट लिखाई थी।

उन्होंने कहा था कि वे तीन तलाक के खिलाफ मुहिम चला रही हैं जिसे उनकी ससुराल वाले बुराई मानते हैं। निदा ने आरोप लगाया था कि शीरान ने एक फतवा जारी कराया जिसमें उन्हें इस्लाम से खारिज बताकर कब्रिस्तान में दफनाने पर भी पाबंदी लगाने की बात कही गई। इस मामले में पुलिस ने शीरान रजा, खुर्शीद आलम व अफजल रजवी के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। बीते माह शीरान व अफजल कोर्ट से गैर हाजिर हो गए। अदालत ने दोनों के खिलाफ वारंट जारी किया था। गुरुवार को अफजल रजवी ने कोर्ट में हाजिर होकर वारंट रिकॉल की अर्जी पेश की जिसे अदालत ने मंजूर कर लिया। मामले की अगली सुनवाई 11 अक्टूबर को होगी।

निजी आइडी पर रेलवे का ई-टिकट बनाने वाला गिरफ्तार : निजी आइडी पर ई-टिकट बनाने वाले एक युवक को आरपीएफ ने आंवला से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए युवक के पास से 19 रेल टिकट भी बरामद हुए है। जंक्शन आरपीएफ निरीक्षक विपिन कुमार शिशौदिया ने बताया कि आंवला निवासी सूरजपाल द्वारा निजी आइडी पर टिकट बनाने की जानकारी उन्हें मिली थी। जिस पर रेलवे स्टाफ को भेजकर एक रेल टिकट बनवाई गई। जिसे भी उनसे निजी आइडी पर बनाने के साथ ही टिकट में प्रिंट किराए से अधिक की मांग की। जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से कुल 19 रेल ई-टिकट बरामद हुए हैं। जिनकी कीमत 13 हजार रुपये हैं। आइआरसीटीसी का प्रमाण पत्र व अप्रूवल आदि की जानकारी मांगे जाने पर वह कुछ नहीं दिखा सका। आरोपित के खिलाफ रेलवे एक्ट में कार्रवाई कर मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

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