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Indian Railway : डीजल लोको शेड अग्निकांड में तीन सदस्यीय कमेटी ने शुरू की जांच, डीआरएम ने दिए थे निर्देश

इज्जतनगर मंडल के डीजल लोको शेड में बुधवार देर रात लगी आग ने देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया था। इस मामले में हालांकि केवल स्क्रैब ही जलकर राख हुआ था। डीआरएम आशुतोष पंत ने आग से हुए नुकसान में कमेटी से जांच कराने के आदेश दिए थे।

By Ravi MishraEdited By: Updated: Fri, 05 Mar 2021 04:10 PM (IST)
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Indian Railway : डीजल लोको शेड अग्निकांड में तीन सदस्यीय कमेटी ने शुरू की जांच, डीआरएम ने दिए थे निर्देश

बरेली, जेएनएन। Indian Railway :  इज्जतनगर मंडल के डीजल लोको शेड में बुधवार देर रात लगी आग ने देखते ही देखते विकराल रूप ले लिया था। इस मामले में हालांकि केवल स्क्रैब ही जलकर राख हुआ था। वहीं डीआरएम आशुतोष पंत ने आग से हुए नुकसान व आग लगने के कारणों का पता लगाने के लिए तीन सदस्यीय कमेटी से मामले की जांच कराए जाने के आदेश दिए थे।

बुधवार की रात तकरीबन आठ बजे डीजल शेड में रेल इंजन रिपेयरिंग पिट से तीन सौ मीटर दूर स्क्रैप (कबाड़) के ढेर में लगी आग ने कुछ ही देरी में विकराल रूप धारण कर लिया था। जिसे दे हर ओर हड़कंप मच गया था। मौके पर डीआरएम आशुतोष पंत समेत एडीआरएम व अन्य अधिकारी भी पहुंच गए। हालांकि आग लगने वाली जगह व लोको खड़े होने की जगह में काफी दूरी होने से अधिकारियों ने काफी राहत की सांस ली थी।

देर रात अधिकारियों ने कड़ी मशक्कत के बाद देर रात आग पर काबू पाया। हालांकि आग लगने का कारण व नुकसान का आंकलन नहीं किया जा सका था। जिसके लिए डीआरएम आशुतोष के निर्देश पर सीनियर सेक्शन इंजीनियर इलेक्ट्रिकल, सीनियर सेक्शन इंजीनियर वर्कशॉप, आरपीएफ इंस्पेक्टर इज्जतनगर को जांच के निर्देश दिए हैं। उधर पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर मुख्यालय से भी डीजल शेड में आग लगने के मामले में अधिकारियों से जानकारी मांगी गई है।

स्क्रैब में पड़े पुर्जों में डीजल व मोबिल ऑयल का था अंश

लोको (इंजन) में इस्तेमाल होने वाले खराब पुर्जों में डीजल, मोबिल ऑयल का काफी अंश था। जिसके चलते कुछ ही देरी में आग ने विकराल रूप ले लिया था।

दो साल से खराब है स्क्रैब डिस्पोजल प्लांट

लोको डीजल शेड के अंदर स्क्रैप के निस्तारण को डिस्पोजल प्लांट (इंसिनेटर) लगा हुआ है। इस प्लांट में जितने भी इंजन के पुराने पुर्जे आदि होते हैं। उन्हें डिस्पोज किया गया है। लोहा, तांबा, पीतल सब होता है। करीब दो साल से यह प्लांट खराब था। डीआरएम आशुतोष पंत, एडीआरएम अजय वार्ष्णेय ने जब डीजल शेड प्रबंधक से इस मामले में जानकारी की तो कोई सही उत्तर न मिलने पर डीजल शेड प्रबंधक की डीआरएम ने फटकार भी लगाई।

कई साल का पड़ा हुआ था स्क्रैब

लोको शेड में आग लगने वाली जगह पर एकत्र स्क्रैब पिछले कई सालों का बताया जा रहा है। जबकि पूर्वोत्तर रेलवे के आदेश पर मंडल रेलवे पिछले कुछ महीनों से स्क्रैब को लगातार बेच रहा है। कोरोनाकाल में इज्जतनगर मंडल ने स्क्रैब बेच राजस्व एकत्र करने में रिकार्ड बनाया है।

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