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UP News: 50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ दारोगा गिरफ्तार, मुकदमे से नाम हटाने के नाम पर मांगे थे पांच लाख रुपये

धोखाधड़ी और जालसाजी के मुकदमे से नाम निकालने के एवज में प्रेम नगर थाने के दारोगा रामऔतार ने पांच लाख रुपये की रिश्वत मांगी। तय हुआ कि पूरा रुपया किस्तों में देना होगा। मामले में पीड़ित ने विजिलेंस से शिकायत की। बुधवार सुबह पीड़ित आरोपित दारोगा के घर 50 हजार रुपये की पहली किस्त लेकर गया तो विजिलेंस की टीम ने रंगे हाथों आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।

By Rajnesh Saxena Edited By: Abhishek Pandey Updated: Thu, 13 Jun 2024 09:16 AM (IST)
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50 हजार की रिश्वत लेते प्रेम नगर थाने का दारोगा रंगे हाथ गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, बरेली। धोखाधड़ी और जालसाजी के मुकदमे से नाम निकालने के एवज में प्रेम नगर थाने के दारोगा रामऔतार ने पांच लाख रुपये की रिश्वत मांगी। तय हुआ कि पूरा रुपया किस्तों में देना होगा। मामले में पीड़ित ने विजिलेंस से शिकायत की। बुधवार सुबह पीड़ित आरोपित दारोगा के घर 50 हजार रुपये की पहली किस्त लेकर गया तो विजिलेंस की टीम ने रंगे हाथों आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। कैंट थाने में आरोपित के विरुद्ध प्राथमिकी लिखाई गई है।

किला थाने में अप्रैल में हरीश चंद्र अग्रवाल ने अज्ञात आरोपितों के विरुद्ध धोखाधड़ी, जालसाजी की प्राथमिकी लिखाई थी। आरोप था कि आरोपितों ने उनके और उनके मृत भाई ग्रीस चंद्र के नाम से बैंक में एक खाता खोला और उनके और उनके भाई के नाम से फर्जी इकरार नामा भी कर दिया। जब उन्हें इस बात का पता चला कि उनके और भाई के नाम से फर्जी खाता चल रहा है।

विजिलेंस ने सेट किया था ट्रैप

जानकारी जुटाई तो पता चला कि उससे दो लाख रुपये का लेनदेन भी किया जा चुका है। मामले में उन्होंने अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध प्राथमिकी लिखाई थी। इस मामले को एसएसपी के आदेश पर प्रेमनगर थाने में भेज दिया गया। वहां पर इसकी विवेचना रामऔतार को सौंपी गई। विवेचना में रामऔतार मुकदमे में दो लोगों रेखा और उमेश का नाम निकालने के एवज में पांच लाख रुपये की रिश्वत मांगी। इस पर दोनों ने विजिलेंस टीम से आरोपित दारोगा रामऔतार की शिकायत की। इसके बाद विजिलेंस ने ट्रैप सेट किया।

पीड़ित ने दारोगा से बातचीत की तो उसने नरियावल स्थित अपने घर पर बुलाया। टीम भी पीड़ित के साथ पहुंची। जैसे ही आरोपित दारोगा ने 50 हजार रुपये अपने हाथ में लिए तो टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।

50-50 हजार रुपये की किस्तों में देने थे रुपये

दारोगा रामऔतार ने पीड़ित पक्ष को धमकाया कहा कि अगर मुकदमें में उनका नाम आया तो जिंदगी खराब हो जाएगी। नाम निकालने के पर आरोपित ने दोनों शिकायतकर्ताओं से पांच लाख रुपये मांगे थे। कहा था कि अगर एक बार में नहीं दे सकते तो 50-50 हजार रुपये की किस्तों में दे दें। मंगलवार को पहली किस्त जानी थी।

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