इंस्पेक्टर के बिस्तर पर मिले रिश्वत के 9.84 लाख, दीवार कूदकर भागा
बरेली के फरीदपुर थाने के इंस्पेक्टर रामसेवक पर स्मैक तस्करी के आरोपियों से 7 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है। सीओ गौरव सिंह की पूछताछ के दौरान वह बहाने से कमरे से बाहर निकले और दीवार कूदकर भाग गए। तलाशी के दौरान उनके आवास में बिस्तर के नीचे 9.84 लाख रुपये मिले हैं। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर निलंबित कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता, बरेली। स्मैक तस्करी के शक में पकड़े युवकों से सात लाख रुपये वसूलने के आरोपित फरीदपुर थाने के इंस्पेक्टर रामसेवक कानून के शिकंजे में फंसे तो दीवार कूदकर भागना पड़ा।
सीओ गौरव सिंह के सवालों में फंसने पर वह बहाने से कमरे से बाहर निकले, इसके बाद किसी के हाथ नहीं आए। दोपहर को तलाशी के दौरान इंस्पेक्टर के आवास में बिस्तर के नीचे 9.84 लाख रुपये मिलने को रिश्वतखोरी का प्रमाण माना गया। जिसके बाद आरोपित के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत प्राथमिकी पंजीकृत कर निलंबित कर दिया गया।
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि आरोपित की गिरफ्तारी के लिए टीम बना दी है। गुरुवार तड़के इंस्पेक्टर रामसेवक ने आलम, नियाज अहमद, असनूर को स्मैक तस्करी के शक में पकड़ा था। आलम व नियाज के स्वजन से सात लाख रुपये लेने के बाद इंस्पेक्टर ने दोनों को छोड़ दिया, जबकि असनूर के स्वजन से रुपये नहीं आए इसलिए हवालात में बंद रखा।
सीओ गौरव सिंह ने बताया कि इसकी सूचना मिलने पर थाने पहुंचे मगर, इंस्पेक्टर ने संतोषजनक जवाब नहीं दिया। वह बहाने से चले गए। बाद में हवालात चेक की तो असनूर ने स्वीकारा कि रुपये का इंतजाम नहीं कर पाया इसलिए इंस्पेक्टर ने बंद कर दिया, जबकि दो अन्य को रुपये लेकर छोड़ दिया।
इसके बाद दोपहर 3.20 बजे इंस्पेक्टर के आवास की तलाशी ली तो गद्दे के नीचे गुलाबी पालीथीन में रुपये बरामद हो गए। इनमें सात लाख रुपये रुपये आलम व नियाज से वसूली के प्रतीत हो रहे थे, शेष रकम भी अवैध रूप से अर्जित मानी गई।
तस्करी के संदिग्धों से पूछताछ
पकड़े गए युवक यदि निर्दोष थे तो सात लाख रुपये रिश्वत क्यों दी, अब इस सवाल का जवाब तलाशा जा रहा। एसपी दक्षिणी मानुषा पारिख ने उन दोनों युवकों को बुलाकर पूछताछ की। हवालात में बंद असनूर के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही। एसएसपी ने बताया कि तस्करी के आरोप में घिरे युवकों की भूमिका की जांच भी कराई जा रही है। उसी अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
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