बरेली में इज्जतनगर बस अड्डे की अड़चन दूर, 16.72 करोड़ स्वीकृत
शहर में यातायात का दबाव घटाने के लिए सेंट्रल जेल की खाली जमीन पर नया रोडवेज बस अड्डा बनाए जाने की अड़चन अंतत दूर हो गई। शासन ने इज्जतनगर बस अड्डे के लिए 16.72 करोड़ का बजट स्वीकृत करने के साथ ही पहली किस्त में तीन करोड़ रुपये जारी भी कर दिए हैं। शासन ने निर्माण के लिए उप्र स्टेट कन्सट्रक्शन एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन को कार्यदायी संस्था बनाया है।
By JagranEdited By: Updated: Sat, 20 Mar 2021 04:55 AM (IST)
बरेली, जेएनएन : शहर में यातायात का दबाव घटाने के लिए सेंट्रल जेल की खाली जमीन पर नया रोडवेज बस अड्डा बनाए जाने की अड़चन अंतत: दूर हो गई। शासन ने इज्जतनगर बस अड्डे के लिए 16.72 करोड़ का बजट स्वीकृत करने के साथ ही पहली किस्त में तीन करोड़ रुपये जारी भी कर दिए हैं। शासन ने निर्माण के लिए उप्र स्टेट कन्सट्रक्शन एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन को कार्यदायी संस्था बनाया है।
बरेली के लिए यह तीसरा बड़ा बस अड्डा होगा। फरवरी, 2020 में कैबिनेट की स्वीकृति के बाद प्रशासन ने केंद्रीय कारागार की 2.285 हेक्टेयर भूमि परिवहन विभाग को हस्तांतरित कर दी है। फिलहाल यहां 789 पेड़ों की कटान को लेकर पेच फंसा हुआ है। विशेष सचिव डॉ. अखिलेश कुमार मिश्रा ने वृक्षों की कटान को लेकर भी नियमों का पालन करने को कहा है। डीएम नितीश कुमार ने भी बस अड्डे का डिजाइन इस प्रकार तैयार करने के लिए कहा है कि पेड़ों को बचाया जा सके। उत्तराखंड, दिल्ली, लखनऊ के लिए नए बस अड्डे से चलेंगी बसें
शहर के बीच में भीड़भाड़ के चलते लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए कैंट विधायक राजेश अग्रवाल शासन में पुराने रोडवेज बस अड्डे की जगह इज्जतनगर बस अड्डे से संचालन कराने की पैरवी कर रहे थे। अब नावेल्टी चौराहे के पास स्थित पुराने बस अड्डे और सेटेलाइट पर दूसरे बस अड्डे के बाद यह परिवहन निगम का तीसरा बस अड्डा होगा। तैयारी है कि इज्जतनगर के बस अड्डे से दिल्ली, उत्तराखंड, देहरादून, हरिद्वार के लिए बसों का संचालन किया जाए। 65 फीसद बसें भी होंगी शिफ्ट
इज्जतनगर बस अड्डा शुरू होने से दूसरे बस अड्डों का करीब 65 फीसद बोझ कम हो जाएगा। पुराने बस अड्डे से औसतन 500 बसों का संचालन हो रहा है। करीब 300 बसों का संचालन नए बन रहे इज्जतनगर के बस अड्डे से करने की तैयारी है। पुराने बस अड्डे से बदायूं, कासगंज, एटा, अलीगढ़ रूट की बसों का संचालन करने की तैयारी है। लखनऊ जाने वाली बसें सेटेलाइट बस अड्डे से होकर गुजरेंगी। उम्मीद जताई जा रही है कि यह बस अड्डा इसी साल बनकर तैयार हो जाएगा। वर्जन
नए बस अड्डे के लिए मैंने कई बार प्रयास किया। अब बजट स्वीकृत होने से निर्माण में कोई अड़चन नहीं रह गई है। बरेली के लोगों को यह बस अड्डा बनने के बाद नई सुविधा मिलेगी। विशेष सचिव शासन ने परिवहन आयुक्त को भी इस बाबत अवगत करा दिया है। मेरी भी उनसे फोन पर वार्ता हुई है। - राजेश अग्रवाल, भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष एवं कैंट विधायक
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।