Move to Jagran APP

Bareilly News: सेंट्रल जेल के कैदी ने 'घास' से भेद दिया सुरक्षा चक्रव्‍यूह, अब तक नहीं ढूंढ पाई पुल‍िस; जेल वार्डर सस्‍पेंड

सेंट्रल जेल से हत्यारे हरपाल के भागने के मामले में जेल वार्डर अजय कुमार (प्रथम) को निलंबित कर दिया गया है। कृषि भूमि पर हत्यारा हरपाल जेल वार्डर अजय कुमार (प्रथम) के अभिरक्षण में था जिसकी वजह से उन्हें निलंबित कर दिया गया है। अन्य लोगों की भूमिका की जांच की जा रही है। जल्द ही उनके विरुद्ध भी कार्रवाई हो सकती है।

By Jagran News Edited By: Vinay Saxena Updated: Fri, 11 Oct 2024 02:26 PM (IST)
Hero Image
सेंट्रल जेल से हत्यारा हरपाल हुआ फरार।

जागरण संवाददाता, बरेली। सेंट्रल जेल से हत्यारे हरपाल के भागने के मामले में जेल वार्डर अजय कुमार (प्रथम) को निलंबित कर दिया गया है। अन्य लोगों की भूमिका की जांच की जा रही है। जल्द ही उनके विरुद्ध भी कार्रवाई हो सकती है।

गुरुवार शाम सेंट्रल जेल की कृषि भूमि से फतेहगंज पूर्वी के खनी नवादा गांव का रहने वाला हत्यारा हरपाल फरार हो गया था। सेंट्रल जेल से उसे कृषि भूमि पर काम करने के लिए जेल से बाहर लाया गया था। इसके बाद उसका पता नहीं चला, मामले में करीब 4:45 बजे इज्जत नगर पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस की सभी टीमों ने संभावित स्थानों पर दबिश देना शुरू किया, लेकिन उसका कोई पता नहीं लगा।

कृषि भूमि पर हत्यारा हरपाल जेल वार्डर अजय कुमार (प्रथम) के अभिरक्षण में था, जिसकी वजह से उन्हें निलंबित कर दिया गया है। कुल 40 कैदियों के साथ जितने भी बंदीरक्षक समेत अन्य सुरक्षा कर्मियों को लगाया गया था उनकी भी जांच शुरू हो गई है। बता दें कि हरपाल को हत्या के मामले में उम्र कैद की सजा हो चुकी थी। उसने अपने ही गांव के सोमपाल की गोली मारकर हत्या की थी।

घास से भेद दिया सेंट्रल जेल का सुरक्षा चक्रव्यूह

सेंट्रल जेल की सुरक्षा का चक्रव्यूह हत्यारे हरपाल ने घास बीनते-बीनते भेद दिया। 10 से अधिक सुरक्षाकर्मियों की आंखों में धूल झोंककर वह चंद मिनट में ही फरार हो गया। जब तक सुरक्षाकर्मी कुछ समझ पाते वह आंखों से ओझल हो गया। उसे ढूंढने के लिए कई टीमें लगाई गईं, मगर आधी रात तक फरार हत्यारे का कुछ भी पता नहीं चल सका था।

सेंट्रल जेल से करीब 40 (दो टोलियां) बंदी और कैदियों को खेत में काम करने के लिए निकाला गया था। इज्जतनगर रेलवे स्टेशन के सामने जेल की जमीन पर आलू के खेत में बंदी और कैदियों से काम कराया जा रहा था। उनकी सुरक्षा के लिए जेल प्रबंधन की ओर से 10 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को लगाया गया था। बताया यह भी जा रहा है कि 40 बंदी और कैदियों की सुरक्षा में जितने सुरक्षाकर्मी लगे होने चाहिए थे। उतने नहीं लगाए गए थे। इससे हत्यारा हरपाल भागने में कामयाब हो गया।

वरिष्ठ जेल अधीक्षक अविनाश गौतम ने बताया कि खेत में ट्रैक्टर चल रहा था, जिसे एक जेल का ही एक चालक चला रहा था। उसी के पीछे बंदी और कैदी घास बीन रहे थे। इसी दौरान अचानक से हत्यारा हरपाल गायब हो गया। जेल प्रबंधन की मानें तो जैसे ही कैदी हरपाल फरार हुआ। उसके बाद आनन-फानन में सभी की गिनती कर सभी को वापस जेल भेज दिया गया। हरपाल शाम 4.15 बजे फरार हुआ, पहले तो जेल प्रबंधन की टीमों ने उसे आस-पास तलाशने का प्रयास किया, मगर जब वह कहीं नहीं मिला तो पौने पांच बजे इज्जतनगर पुलिस को सूचना दी गई। सूचना के बाद इज्जतनगर पुलिस की टीमें हत्यारे हरपाल को ढूंढने में जुट गई, लेकिन आधी रात तक उसका सुराग नहीं लग सका।

हर संभावित इलाके में दी दबिश

हत्यारे हरपाल के फरार होने के बाद हर पुलिस और जेल प्रबंधन की टीमों ने हर उस स्थान पर दबिश देना शुरू कर दिया जहां उसके पहुंचने के स्थान थे। रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, आस-पास के खेत खलियान, होटल, ढाबे आदि पर उसे ढूंढा। जगह-जगह उसकी तस्वीर दिखाकर शिनाख्त की कोशिश की गई मगर पुलिस को कहीं से भी कोई सबूत हाथ नहीं लगा।

एक टीम फतेहगंज पूर्वी भी रवाना

पुलिस की एक टीम तत्काल प्रभाव से फतेहगंज पूर्वी को भी रवाना कर दिया। फतेहगंज पूर्वी की पुलिस को भी एक्टिव कर उसकी तलाश में लगाया गया। कुछ पुलिसकर्मी सादा कपड़ों में उसके घर के आस-पास लगे रहे तो कुछ ने घर में जाकर भी उसकी तलाश की।

यह भी पढ़ें: उम्रकैद की सजा पा चुका हत्यारा बरेली की सेंट्रल जेल से फरार, किसी को नहीं लगी भनक; अब तलाश में लगाई गईं टीमें

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें