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इस बार खास है करवाचौथ, पांच शुभ संयोग घाेलेंगे दांपत्य जीवन में मिठास; बरेली के ज्योतिषाचार्य ने बताए व्रत के नियम

Karwa Chauth 2024 Update News करवा चौथ का व्रत रविवार 20 अक्टूबर 2024 को मनाया जाएगा। यह व्रत सुहागिन महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए रखा जाता है। महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं और शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत खोलती हैं। इस बार करवा चौथ पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं जिससे व्रत का महत्व और भी बढ़ गया है।

By Saurabh Srivastava Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sat, 19 Oct 2024 11:37 AM (IST)
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रविवार को करवाचौथ का व्रत रखा जाएगा। प्रतीकात्मक फोटो।
जागरण संवाददाता, बरेली। पांच शुभ संयोग में करवाचौथ का व्रत रविवार को कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष चतुर्थी में रखा जाएगा। सुहागिन महिलाएं इस दिन व्रत निर्जला रहकर करती हैं। यह व्रत सभी व्रतों में सबसे कठिन माना जाता है।

इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रहकर सोलह शृंगार कर शाम को चंद्रमा को अर्घ देकर व्रत को खोलती हैं और चंद्र देवता से अपने अखंड सौभाग्य की कामना करती हैं। इस बार यह व्रत कई शुभ संयोग को संजोए हुए हैं।

ज्योतिष पंडित मुकेश मिश्रा बताते है कि इस दिन कृतिका नक्षत्र रहेगा। चंद्रोदय के समय पर रोहिणी नक्षत्र आ जाएगा रोहिणी नक्षत्र के स्वामी चंद्रमा है। जिस कारण इस त्योहार का महत्व कई गुना अधिक बढ़ गया है। यानी रोहिणी नक्षत्र दांपत्य जीवन में मिठास और सौंदर्यता में निखार का कारक माना गया है। इस दिन सूर्य और बुध दोनों ही ग्रह शुक्र की राशि तुला में हैं। ऐसे में बुधादित्य योग का निर्माण हो रहा है।

समसप्तक योग का भी निर्माण

ज्योतिषाचार्य मुकेश मिश्रा ने बताया कि शुक्र के वृश्चिक राशि में आने वह गुरु के साथ मिलकर समसप्तक योग का निर्माण कर रहे हैं। इसके अलावा शनि अपनी राशि कुंभ में रहकर शश राजयोग का निर्माण कर रहे हैं। चंद्रमा वृषभ राशि में गुरु के साथ युति करके गजकेसरी राजयोग का निर्माण कर रहे हैं। इन मंगलकारी संयोगों के कारण सुहागिन महिलाओं को दीर्घायु, यश, वैभव, संपन्नता, सौंदर्यता और दांपत्य जीवन में मिठास की कृपा प्राप्त होगी।

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करवा चौथ व्रत के नियम

यह व्रत सूर्योदय से पहले से शुरू कर चंद्रमा निकलने तक रखना चाहिए। चंद्रमा के दर्शन के पश्चात ही इसको खोला जाता है। शाम के समय चंद्रोदय से एक घंटा पहले संपूर्ण शिव-परिवार (शिव जी, पार्वती जी, नंदी जी, गणेश जी और कार्तिकेय जी) की पूजा की जाती है। पूजन के समय देव-प्रतिमा का मुख पश्चिम की तरफ होना चाहिए तथा स्त्री को पूर्व की तरफ मुख करके बैठना चाहिए। चतुर्थी तिथि इस दिन सुबह 6:45 बजे से लग जाएगी जो कि पूरे दिन पूर्ण रात्रि व्रत रहेगी। बरेली में चंद्रोदय रात्रि 7:45 बजे पर होगा।

रंग बिरंगे करवा से सजा बाजार, चलनी भी हो रही चमकदार

पति की दीर्घायु की कामना का पर्व करवा चौथ रविवार को मनाया जाएगा। करवा चौथ को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है। त्योहार के लिए अभी से महिलाएं तैयारी में जुटी हुई है। बाजार गुलजार हो गए हैं, महिलाएं करवा की खरीदारी कर रही है। इस बार बाजार में तमाम तरह के करवा बाजार में आए हुए है। करवाचौथ के पर्व पर बाजार में मिट्टी के बने रंग बिरंगे करवा, पूजन सामग्री की दुकानें भी सजी गई हैं।

शहर का सिविल लाइन बाजार, कुतुबखाना बाजार, डीडीपुरम समेत अन्य बाजार करवाचौथ से पहले सज कर तैयार है। सिविल लाइन के दुकानदार विशाल तलवार बताते है कि इस बार करवाचौथ पर जरी की प्लेट व गिलास के सेट आए हुए है, जो कि देखने में बहुत आकर्षक है, इनकी कीमत 1250 रुपए से शुरु हो रही है। वही जयपुर से आई हैंड वर्क प्लेट महिलाओं को पसंद आ रही है। 

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