मौलाना तौकीर के बयान ने मचाई खलबली, किया मतांतरित युवक-युवतियों के निकाह का एलान, हो रहा विरोध
मौलाना तौकीर रजा खां ने सोमवार शाम को बिहारीपुर स्थित आवास पर प्रेसवार्ता की। इस दौरान उन्होंने मतांतरित युवक-युवतियों के सामूहिक निकाह के प्रस्तावित कार्यक्रम के दावे ने नई बहस छेड़ दी। आईएमसी के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां ने कहा कि मतांतरण कर 23 हिंदू युवक-युवतियों ने निकाह की इच्छा जताई है। 21 जुलाई को प्रथम चरण में पांच युगल का सामूहिक निकाह कराएंगे।
जागरण संवाददाता, बरेली। मतांतरित युवक-युवतियों के सामूहिक निकाह के प्रस्तावित कार्यक्रम के दावे ने नई बहस छेड़ दी। सोमवार को इत्तेहाद-ए-मिल्लते काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां ने कहा कि मतांतरण कर 23 हिंदू युवक-युवतियों ने निकाह की इच्छा जताई है। 21 जुलाई को प्रथम चरण में पांच युगल का सामूहिक निकाह कराएंगे।
इस पर नाथ नगरी सुरक्षा समूह के पदाधिकारियों ने आपत्ति जताई। संगठन के इकाई अध्यक्ष दुर्गेश गुप्ता ने कहा कि इसके विरोध में मंगलवार को डीएम से मिलेंगे। वहीं, श्री शिरडी साईं सर्व देव मंदिर के महंत सुशील पाठक ने कहा कि श्रावण मास से पहले बरेली की शांतिभंग करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। प्रशासन ऐसे किसी भी कार्यक्रम की अनुमति न दे।
लिव इन रिलेशनशिप पर रहने वालों पर की टिप्पणी
मौलाना तौकीर रजा खां ने सोमवार शाम को बिहारीपुर स्थित आवास पर प्रेसवार्ता की। तौकीर ने कहा कि 15 हिंदू लड़के व आठ लड़कियां संपर्क में हैं। इनमें अधिकतर पहले ही मतांतरण कर चुके। वे एक साथ (लिव इन रिलेशनशिप) रह भी रहे हैं।उन्होंने कहा, लिव इन रिलेशनशिप को भले ही कोर्ट ने मान्यता दी है मगर, हमारी संस्कृति से इतर स्थिति होती है। कोई भी धर्म या समाज इसे स्वीकारता नहीं है। वे लोग सामूहिक निकाह के माध्यम से अपने जीवन को सार्वजनिक रूप से सामने लाना चाहते हैं।
हम कोई गैरकानूनी काम नहीं कर रहे
तौकीर ने बताया कि प्रथम चरण में पांच युगल ने निकाह की इच्छा जताई है, यह कार्यक्रम खलील स्कूल में होगा। हिंदुओं के मतांतरण-सामूहिक निकाह पर विवाद खड़ा होगा? इस पर मौलाना ने कहा कि वे लोग बालिग हैं। पूर्व में कई मुस्लिम युवक-युवतियां भी मर्जी से मतांतरण कर चुके हैं, हमने कभी विरोध नहीं किया। हम कोई गैरकानूनी काम नहीं कर रहे हैं।मौलाना बोले, दरगाह आला हजरत ने दो वर्ष पहले पाबंदी लगाई थी कि लालच या प्यार के चक्कर में इस्लाम कबूलने की इच्छा रखने वालों को मुसलमान नहीं माना जाएगा। अब परिस्थितियां देखकर उनकी मर्जी के अनुसार, सामूहिक निकाह कराया जा रहा।
प्रेम संबंधों के दौरान गंभीर घटनाएं भी हो जाती है? इस पर मौलाना ने कहा कि बहुत सी ऐसी घटनाएं हुईं, जिनमें हत्या हो गई या साथ छोड़ दिया। जब कानूनी तरीके से काम होगा, मजहबी तरीके से होगा तब ऐसी स्थिति नहीं आती है।
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