अब आधुनिक किचन में बनेगा बच्चों के लिए खाना
कुपोषण का दंश मिटाने को शासन व प्रशासन दोनों गंभीर हैं। कुपोषित नौनिहालों के लिए अब न्यूट्रिशन रिहैबिलिटेशन सेंटर (एनआरसी) को भी हाईटेक किया जा रहा है। यहां बच्चों को पोषित करने के लिए हाईटेक रसोई घर तैयार किया गया है।
बरेली, जेएनएन : कुपोषण का दंश मिटाने को शासन व प्रशासन दोनों गंभीर हैं। कुपोषित नौनिहालों के लिए अब न्यूट्रिशन रिहैबिलिटेशन सेंटर (एनआरसी) को भी हाईटेक किया जा रहा है। यहां बच्चों को पोषित करने के लिए हाईटेक रसोई घर तैयार किया गया है। बच्चों को दी जाने वाली डाइट को बनाते समय साफ-सफाई के लिए भी विशेष दिशा-निर्देश दिए हैं।
जिला अस्पताल में बने एनआरसी में अभी तक साधारण रसोई ही थी, लेकिन अब यहां नए गैस-चूल्हा के अलावा रसोई में आधुनिक चिमनी भी लगी है, जिससे खाना बनाते समय वार्डों में धुआं न भरे। वहीं माइक्रोवेव भी रखा गया है, जिससे तरह-तरह का भोजन या नाश्ता बनाया जा सके।
नौनिहालों के लिए दो एयर कंडीशनर
गर्मी का आगाज होते ही वार्ड में भर्ती बच्चों के लिए प्रबंधन ने व्यवस्थाएं चाक-चौबंद कर दी हैं। वार्ड में दो एयर कंडीशनर (एसी) लगाए गए हैं। इससे बच्चों को गर्मी से निजात मिलेगी। वार्ड का हो रहा सुंदरीकरण
जिला अस्पताल में एंट्री करते ही भले ही आपको वार्डों में गंदगी देखने को मिले, लेकिन एनआरसी में सुखद अनुभव होगा। यहां दीवारों पर कार्टून वाली पेंटिग देखकर आने वालों को अस्पताल नहीं बल्कि किड्स जोन जैसा एहसास होता है।
10 बच्चे हैं एनआरसी में भर्ती
एनआरसी में कुपोषित बच्चों के इलाज के लिए 11 बेड आरक्षित हैं। वर्तमान में 10 बच्चे वार्ड में भर्ती हैं। वहीं, यूनीसेफ की रैंकिग में भी कुपोषित बच्चों को उचित इलाज देकर उन्हें नया जीवन देने में बरेली एनआरसी आगे है।
वर्जन
कुपोषित बच्चों के उचित खानपान के लिए आधुनिक रसोईघर तैयार हो गया है। वहीं, नौनिहालों के लिए एयर कंडीशनर लगाया है।
डॉ.रोजी जैदी, डायटीशियन, एनआरसी