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Online Attendance : बरसात में यूपी के स्कूल बने स्वीमिंग पूल, कैसे जाएंगे टीचर पढ़ाने? एक्स पर टॉप ट्रेंड कर रहा बायकाॅट ऑनलाइन हाजिरी

Online Attendance शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि यह सिलसिला काला कानून का खत्म होने तक जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि दूर दराज गांवों में स्थिति परिषदीय विद्यालयों तक पहुंचने के पर्याप्त साधन ना होने की वजह से दिक्कत आती है। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की प्रियंका शुक्ला कहती हैं कि आनलाइन उपस्थिति के विरोध में प्रत्येक जनपद पर मुख्यमंत्री के नाम संबोधित मांत्र पत्र डीएम को दिया जाएगा।

By Jagran News Edited By: Mohammed Ammar Updated: Sun, 07 Jul 2024 04:05 PM (IST)
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शिक्षकों का मानना है कि ऑनलाइन हाजिरी से मानसिक तनाव बढ़ रहा है। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

जागरण संवाददाता, बरेली। परिषदीय विद्यालयों में आनलाइन हाजिरी का विरोध तेजी पकड़ गया है। परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों ने एक्स पर बायकाट हाजिरी की तमाम पोस्ट और रि-पोस्ट कीं। इससे एक्स पर बायकाट आनलाइन हाजिरी टाप ट्रेंड कर रहा है।

जिले के शिक्षकों ने रास्ते क्रिटिकल विद्यालय डिजिटल और हादसों की कौन लेगा जिम्मेदारी स्लोगन लिखकर विरोध शुरू कर दिया है। अधिकांश संगठनों के पदाधिकारियों ने इसके विरोध में वक्तव्य जारी किया, जबकि कुछ शिक्षक संगठनों ने सोमवार से शुरू होने वाली आनलाइन हाजिरी का विरोध करना शुरू कर दिया।

ऑनलाइन हाजिरी का शिक्षक क्यों कर रहे विरोध?

आनलाइन हाजिरी को लेकर शिक्षकों में नाराजगी चरम पर पहुंचने लगी है। शिक्षकों का मानना है कि इससे तनाव बढ़ेगा। इसी वजह से इसको लागू होने के साथ ही विरोध भी किया जाएगा। इसको लेकर शिक्षक संगठनों ने आंदोलन की तैयारी कर ली है।

प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष नरेश गंगवार ने संगठन के पदाधिकारियों के रविवार को बैठक की, जिसमें उन्होंने कहा कि संगठन सोमवार से आनलाइन उपस्थिति का काली पट्टी बांधकर विरोध करेगा।वहीं, यूटा के मीडिया प्रभारी सत्येंद्र पाल सिंह कहते हैं कि आनलाइन उपस्थिति के विरोध में सभी शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशक एकजुट होकर विरोध कर रहे हैं।

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