Bareilly: रामनगरी में प्राण प्रतिष्ठा, नाथ नगरी में रखी जाएगी शिव मंदिर की नींव
नाथ नगरी के भरतौल गांव में इस दिन 108 ऊंचे शिव मंदिर निर्माण की नींव रखी जाएगी। बरेली को नाथ नगरी के नाम से जाना जाता है. इस शहर को नाथ नगरी कहने के पीछे की अपनी धार्मिक मान्यताएं हैं। शहर की चारों दिशाओं में भगवान भोलेनाथ के सात प्राचीन नाथ मंदिर हैं। राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन ही 108 ऊंचे शिव मंदिर निर्माण की नींव रखी जाएगी।
अविनाश चौबे, बरेली। रामनगरी में 22 जनवरी को राम मंदिर में जहां प्राण प्रतिष्ठा समारोह होगा। वहीं, नाथ नगरी के भरतौल गांव में इस दिन 108 ऊंचे शिव मंदिर निर्माण की नींव रखी जाएगी। यहां के भक्त इन दिनों पुरजोर तरीके से इसकी तैयारियों में जुटे हैं, जिससे प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आनंद को शिव मंदिर निर्माण के संकल्प से दोगुणा किया जा सके।
दावा है कि यह मंदिर प्रदेश का सबसे ऊंचा मंदिर होगा, जिसके बनने में लगभग तीन वर्ष का समय लगेगा। वहीं, दूसरी ओर पूजित अक्षत वितरण और निमंत्रण अभियान की तैयारियां भी तेजी पकड़ गई हैं।
सनातनी भक्तों को मिलेगा मौका
रामदूत एक जनवरी से रोज सौ बस्तियों में कम से कम 101 कुंटुबों के द्वार पर पहुंचेंगे, जिससे सभी सनातनी भक्तों को इस समारोह में शामिल होने का सौभाग्य मिल सके। शहर से सटे भरतौल गांव में रामनगरी में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा को लेकर हर्ष का माहौल है।
होगा सामूहिक सुंदरकांड
पूर्व प्रधान रीतराम पटेल ने बताया कि गांव में राजघाट स्थल का निर्माण कराया जा रहा है, जहां पर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन सामूहिक सुंदर कांड का पाठ होगा। इसके साथ ही गांव में भी सभी सनातनी परिवार शाम के समय अपने घरों पर दीपोत्सव मनाएंगे। रंगोली बनाने के साथ ही अन्य सजावट करेंगे, जिससे वर्षों पुरानी अभिलाषा पूरी होने के सौभाग्यशाली दिन का साक्षी बनने की खुशी मना सके। उन्होंने बताया कि इसके साथ ही गांव में शिव मंदिर निर्माण का संकल्प भी लिया जाएगा।
पांच वर्ष पुराना है राजघाट का इतिहास
पूर्व प्रधान ने बताया कि गांव से पांच सौ मीटर दूर किनारे राजघाट महाराज का स्थान है, जो कि राजा जगत के समय का है। यह नकटिया किनारे स्थित है। यहीं पर शिव मंदिर निर्माण कराने का संकल्प प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन किया जाएगा। उन्होंने दावा किया कि यह मंदिर 108 फीट ऊंचा होगा, जो कि प्रदेश का सबसे अधिक ऊंचा मंदिर होगा। इसके निर्माण में लगभग तीन वर्ष का समय लगेगा।
एक जनवरी से शुरू होगा जनसंपर्क अभियान
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा व पूजित अक्षत वितरण अभियान एक जनवरी से शुरू होगा। जनसंपर्क अभियान के महानगर अध्यक्ष पवन अरोड़ा ने बताया कि इसकी तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। रविवार शाम तक सभी जगह अयोध्या से आए थैले पहुंचा दिए जाएंगे, जिसमें पूजित अक्षत, निमंत्रण पत्र और राममंदिर का चित्र है, जो कि अभियान के दौरान रामदूत एक-एक सनातनी परिवार तक पहुंचाएंगे। इसके लिए सौ बस्ती में रोज कम से कम 101 कुटुंब के द्वार तक पहुंचने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
मढ़ीनाथ और सुरेश शर्मा नगर में निकाली गई प्रभातफेरी
जिले में पूजित अक्षत और निमंत्रण वितरण का कार्य भले ही एक जनवरी से शुरू होगा, लेकिन इससे पहले श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा व पूजित अक्षत वितरण अभियान के पदाधिकारियों की ओर से शहर में सुबह के समय प्रभात फेरी निकाली जा रही है, जिसमें पूजित अक्षत कलश के साथ भक्त क्षेत्र में घूमकर लोगों से आह्वान कर रहे हैं, कि वह प्राण प्रतिष्ठा वाले दिन अपने घरों पर दीपोत्सव मनाए। शहर में शुक्रवार को मढ़ीनाथ और सुरेश शर्मा नगर में प्रभातफेरी निकाली गई, जिसका क्षेत्रीय लोगों ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया।
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