Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

बिहार में पुल हादसों के बाद हरकत में आया पीडब्ल्यूडी, बदायूं के पुल पर ट्रैफिक रोका, यूपी में 40 सेतु का हुआ ऑडिट

UP News बिहार में हादसों के बाद पीडब्ल्यूडी ने यूपी के पुलों का ऑडिट कर उनकी स्थिति का अवलोकन किया है। बदायूं के शाहाबाद-बिसौली रोड स्थित सोट नदी पर जो पुल बना है वो आवागमन के लिए सही नहीं है। यहां स्थाई रूप से ट्रैफिक काे तत्काल रोक दिया है। यहां नए पुल के लिए शासन को लिखा गया है।

By Nilesh Pratap Singh Edited By: Abhishek Saxena Updated: Sat, 06 Jul 2024 12:19 PM (IST)
Hero Image
Bareilly News: बिहार पुल हादसे की फाइल तस्वीर का इस्तेमाल किया गया है।

नीलेश प्रताप सिंह, बरेली। बिहार में बीते 11 दिनों में छह पुलों के गिरने की घटना के बाद बरेली पीडब्ल्यूडी भी हरकत में आ गया। मंडल के चारों जिलों में 50 वर्ष से अधिक पुराने लघु एंव दीर्घ सेतु (पुल) की सेफ्टी ऑडिट में बदायूं में एक पुल की हालत गंभीर मिली। जिससे पूरी तरह से आवागमन रोकने का निर्णय लिया गया। साथ ही बरेली-शाहजहांपुर में तीन अन्य पुल की मामूली मरम्मत की आवश्यकता बताई गई। शेष 36 पुलों की स्थिति सामान्य बताई गई है।

बारिश और गुणवत्ता में खामियों के चलते बिहार में कई पुल के गिरने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश भर में लोकनिर्माण विभाग को सभी लघु-दीर्घ सेतुओं के जांच के निर्देश दिए।

शासन की सख्ती के बाद शुक्रवार को बरेली मंडल के अधीक्षण अभियंता अभिनेश कुमार व रवि दत्त ने बरेली-शाहजहांपुर और बदायूं-पीलीभीत में 40 सेतुओं की जांच की। इसमें बरेली में 25, शाहजहांपुर में 10, बदायूं में तीन और पीलीभीत में दो पुल शामिल हैं।

नया पुल ही विकल्प

अभियंताओं ने सेफ्टी ऑडिट में बदायूं के शाहाबाद-बिसौली रोड स्थित सोट नदी पर बने दीर्घ सेतु का बीम क्रैक होने, बीम के सरिया कई जगह से बाहर निकलने, पियर में खामी मिलने पर पूरी तरह से आवागमन रोकने का निर्णय लिया। अभियंताओं के अनुसार इस पुल की स्थिति को देखते हुए मरम्मत भी नहीं की जा सकती है। इसके लिए नया पुल ही विकल्प है।

ये भी पढ़ेंः Kanwar Yatra: कांवड़ यात्रा के लिए रोडवेज ने बनाया प्लान, रूट डायवर्जन होने पर तीन स्थानों पर बनेंगे अस्थाई बस अड्डे

कई पहलुओं पर हुई जांच, तीन पर मामूली मरम्मत की जरुरत

पीडब्ल्यूडी अभियंताओं की जांच में मंडल में लघु सेतु (छह से 60 मीटर लंबाई के पुल) और दीर्घ सेतु (60 मीटर से अधिक लंबाई के पुल) को प्राथमिकता में रखा गया। इसमें पुल में झुकाव, स्लैब में क्रैक, पियर में क्रैक-ईंट निकलने, नदी में पुल के पियर का कटाव, सरिया निकलने समेत कई अन्य पहलुओं पर जांच की गई।

ये भी पढ़ेंः UP Politics: इकरा हसन के सांसद बनते ही जिला पंचायत की राजनीति में उठापटक; मुख्यमंत्री दरबार तक पहुंचा मामला

बरेली-शाहजहांपुर में 35 लघु-दीर्घ सेतुओं की जांच की गई। इसमें तीन पुल पर मामूली मरम्मत की आवश्यकता दिखी, जिसे तत्काल दुरुस्त करा दिया गया है। अभिनेश कुमार, अधीक्षण अभियंता, बरेली-शाहजहांपुर

पीलीभीत में दो और बदायूं में तीन पुलों की जांच की गई। इसमें सोट नदी पर बने पुल के बीम में क्रैक आने समेत कई अन्य खामियों पर आवागमन पूरी तरह रोकने की सलाह दी गई है। पुल के मरम्मत भी नहीं होने की सूचना शासन को प्रेषित कर दी गई है। रवि दत्त, अधीक्षण अभियंता, बदायूं-पीलीभीत

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें