छापामारी : ट्रेन से रेल नीर लापता, पेंट्रीकार में मिली 'बैली' की खेप
रेलवे के तमाम आदेश-निर्देश और निगरानी के बावजूद ट्रेनों में पानी का काला कारोबार जारी है।
बरेली(जेएनएन)। रेलवे के तमाम आदेश-निर्देश और निगरानी के बावजूद ट्रेनों में पानी का काला कारोबार जारी है। रेलवे की टीमों ने सियालदह एक्सप्रेस और पंजाब मेल में छापा मारा तो पेंट्री कार से ही वेंडर रेल नीर के बजाय दूसरा ब्रांड यात्रियों को बेचते मिले। दोनों ट्रेनों से बैली ब्रांड की बोतलबंद पानी की 14 पेटी जब्त की गईं। पेंट्री के मैनेजर टीम के अधिकारियों से ही उलझ पड़े। रेलवे अधिकारियों ने इसकी रिपोर्ट मुरादाबाद रेल मंडल को रिपोर्ट भेज दी।
नोकझोंक में बीता वक्त, छह पेटी ही उतारीं
अनधिकृत ब्रांड के पानी बिकने की शिकायत पर मुख्य टिकट निरीक्षक अभय कुमार चौबे और वाणिज्य निरीक्षक (सीएमआइ) राकेश सिंह ने टीम के साथ सबसे पहले सियालदह एक्सप्रेस में छापा मारा। पेंट्री कार में दूसरे ब्रांड की बोतलें मिलीं। कार्रवाई शुरू होते ही मैनेजर भिड़ गया। नोकझोंक होने लगी। इतने में ट्रेन के ठहराव का वक्त बीत गया और बैली ब्रांड की केवल छह पेटियां ही उतारी जा सकीं। वहीं, पंजाब मेल की पेंट्री कार में आठ पेटियां जब्त की गईं। सीएमआइ ने सियालदह के पेंट्रीकार के मैनेजर व ठेकेदार के खिलाफ कार्य में बाधा डालने की रिपोर्ट वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक को भेज दी। वहां से मुख्य वाणिज्य प्रबंधक (कैटरिंग) को भेजी जाएगी।
क्या कहते हैं रेलवे अधिकारी
जंक्शन की तरह ट्रेनों में भी रेल नीर ही बेचना अनिवार्य है। ज्यादा मुनाफे के चक्कर में कुछ वेंडर और ठेकेदार दूसरे ब्रांड बेचते हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई होगी।- अभय कुमार चौबे, सीआइटी, बरेली जंक्शन
मैनेजर ने पहले रेल नीर का स्टॉक न मिलने की बहानेबाजी की। बाद में बेवजह उलझा। स्टॉपेज कम होने से पानी का काफी स्टॉक उतारा नहीं जा सका। ठेकेदार व मैनेजर के खिलाफ रिपोर्ट बनाकर आला अधिकारियों को भेज दी है।- राकेश सिंह, सीएमआइ, बरेली जंक्शन