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बरेली के मिशनरी स्कूल में छात्रों के हाथ से कटवा दी गई राखी, अभिभावकों ने किया हंगामा; प्रिंसिपल ने मांगी माफी

बरेली के एक मिशनरी स्कूल में लड़कों के हाथ से राखी कटवा दी गई। दरअसल हर स्कूल की तरह यहां भी लड़कियों ने लड़कों की कलाई पर राखी बांध कर रक्षाबंधन का त्योहार मनाया। स्कूल के शिक्षकों ने न सिर्फ बच्चों को हड़काया बल्कि लड़कों की कलाई पर बंधी राखी को भी काट दिया। बच्चे घर पहुंचे और अभिभावकों को बताया। आक्रोशित अभिभावक हिंदू संगठनों के साथ स्कूल पहुंच गए।

By Jagran NewsEdited By: Swati SinghUpdated: Wed, 30 Aug 2023 08:41 AM (IST)
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बरेली के मिशनरी स्कूल में छात्रों के हाथ से कटवा दी गई राखी, अभिभावकों ने किया हंगामा
बरेली, जागरण संवाददाता। जहां एक ओर चारों ओर राखी उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा वहीं बरेली के एक मिशनरी स्कूल में लड़कों के हाथ से राखी कटवा दी गई। ईसाई मिशनरी की ओर से संचालित होली फैमिली कान्वेंट स्कूल में रक्षाबंधन मनाने पर विद्यार्थियों की कलाई से राखियां हटवा दी गईं। कलावा भी कटवा दिया।

मंगलवार दोपहर को घर पहुंचे विद्यार्थियों ने जानकारी दी तो आक्रोशित अभिभावक प्रदर्शन करने पहुंचे। हिंदू संगठनों ने भी नारेबाजी की। विवाद बढ़ता देखकर स्कूल प्रबंधन बैकफुट पर आया। लिखित रूप से माफी मांगने के बाद कुछ छात्र, छात्राओं को बुलाकर रक्षाबंधन मनाया गया। इसके बाद प्रकरण शांत हुआ।

कैंची से कटवा दी गई कलाई पर बांधी राखी

देश भर में आज और कल रक्षाबंधन का पर्व मनाया जा रहा है। इस त्योहार को लेकर उत्साहित कई छात्राएं मंगलवार को राखियां लेकर स्कूल पहुंची थीं। उन्होंने बताया कि कक्षा में कुछ छात्रों को राखी बांधकर त्योहार मनाया था। दोपहर में इसकी जानकारी कुछ शिक्षकों व अन्य स्टाफ को हुई तो राखी बंधवाने वाले सभी छात्रों को बुला लिया। कहा गया कि स्कूल में त्योहार नहीं मना सकते। इसके बाद उनकी कलाई में बंधी राखियां व कलावा कैंची से काट दिया गया।

अभिभावक और हिंदू संगठनों ने किया हंगामा

दोपहर को घर पहुंचे छात्रों ने घटनाक्रम बताया तो हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों के साथ कई अभिभावक स्कूल पहुंचे। डा. संजय सक्सेना ने स्कूल की वाइस प्रिंसिपल सोफी मारिश से आपत्ति जताई कि हिंदू बच्चों को टारगेट क्यों किया जा रहा। हंगामा बढ़ता देख स्कूल प्रबंधन ने पुलिस बुला ली। दो घंटे बाद वाइस प्रिंसिपल सोफी मारिया ने लिखित में खेद प्रकट किया। कहा कि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं होगी, इसके बाद विवाद शांत हुआ।

प्रिंसिपल ने फोन पर मांगी माफी

देर शाम प्रिंसिपल सिस्टर शालू सेबीस्टियन ने फोन पर बताया कि वह अवकाश पर हैं। घटनाक्रम पता चला मगर, भावनाओं को ठेस पहुंचाने का उद्देश्य नहीं था। शिक्षकों ने कहा था कि त्योहार से पहले राखी न बंधवाएं।

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