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Hypothalamus: तेज बुखार है तो हो जाएं सावधान, दिमाग का हाइपोथैलेमस हो सकता है फेल!

Hypothalamus तेज बुखार आने पर उसे अंदेखा न करें। जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डा. अजय मोहन अग्रवाल बताते हैं कि मनुष्य के दिमाग में हाइपोथेलेमस नाम की एक ग्रंथि होती है। एक निश्चित तापमान तक यह ठीक से काम करती है। यदि बुखार 104-105 फारेनहाइट से भी अधिक तेज होने लगे तो हाइपोथेलेमस के भी फेल होने की आशंका रहती है।

By Jagran NewsEdited By: Swati SinghUpdated: Fri, 08 Sep 2023 11:03 AM (IST)
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तेज बुखार है तो हो जाएं सावधान, दिमाग का हाइपोथैलेमस हो सकता है फेल!
बरेली, जागरण संवाददाता। मौसम में बदलाव के साथ ही तेजी से बुखार के मरीज बढ़ने लगे है। जिला अस्पताल में बुखार के मरीजों की एक नया वार्ड भी बना दिया गया है। निजी अस्पताल भी बुखार के मरीजों के चलते फुल चल रहे हैं। चिकित्सकों के अनुसार बुखार के अधिकांश मरीजों में वायरल और टाइफाइड की पुष्टि हो रही है। लोगों को 103-104 डिग्री फारेनहाइट से अधिक तेज बुखार आ रहा है, जिससे लोग बेहोश तक हो रहे हैं।

जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डा. अजय मोहन अग्रवाल बताते हैं कि मनुष्य के दिमाग में हाइपोथेलेमस नाम की एक ग्रंथि होती है। इसका काम शरीर के तापमान को नियंत्रित करना होता है। एक निश्चित तापमान तक यह ठीक से काम करती है। यदि बुखार 104-105 फारेनहाइट से भी अधिक तेज होने लगे तो हाइपोथेलेमस के भी फेल होने की आशंका रहती है।

तेज बुखार में करें ये काम

इसके फेल होने पर मरीज के शरीर का तापमान नियंत्रित नहीं रहता। उसका बुखार बढ़ता ही चला जाता है। ऐसे में कई बार उसकी जान पर भी आ बनती हैं। ऐसे में जरूरी है कि तेज बुखार होने पर सबसे पहले मरीज की स्पंजिंग (ठंडे पानी से पूरे शरीर को पोंछना, माथे पर गीले कपड़े की पट्टी रखना आदि ) करें। जल्द से जल्द डाक्टर से संपर्क कर मरीज का इलाज शुरू कराएं।

बुखार से लिवर में हो रही समस्या

लिवर पर आ रही सूजन वरिष्ठ फिजिशियन डा. सुदीप सरन बताते हैं कि तेज बुखार वाले मरीज समय से इलाज मिलने पर तीन से चार दिन में ठीक हो रहे हैं, लेकिन उन्हें ठीक होने के पांच से सात दिनों के बाद अन्य समस्याएं हो रही हैं। उनके लिवर में सूजन के साथ ही इंफेक्शन की समस्या आ सकती है। इससे उन्हें जी मिचलाना जैसा महसूस होता है। भूख नहीं लगती है। इंफेक्शन अधिक होने से मरीज को अन्य समस्याएं भी होने लगती है, इसलिए बुखार के मरीज इलाज में लापरवाही नहीं बरते।

तेज बुखार में क्या करें

  • सबसे पहले मरीज की स्पंजिंग करें
  • तेज हवा जैसे कूलर पंखा एसी आदि में लिटाएं
  • मरीज को सिर से पानी डालकर नहलाएं
  • जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें
  • हर 10 मिनट में बुखार नापते रहें

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