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बरेली में बेटे की हत्या… सदमे में मां ने भी दम तोड़ा, शव लेकर एसएसपी कार्यालय पहुंचे परिजन

बरेली में किसान पुष्पेंद्र की हत्या के छह दिन बाद उनकी मां नारायणो देवी का निधन हो गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि बेटे की हत्या से मां सदमे में थीं। पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया लेकिन मुख्य आरोपी अभी भी फरार हैं। एसएसपी अनुराग आर्य ने जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है। परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Tue, 12 Nov 2024 03:40 AM (IST)
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घटना के मुख्य आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं।
जागरण संवाददाता, बरेली। किसान पुष्पेंद्र की हत्या के छठे दिन उनकी मांग नारायणो देवी का भी निधन हो गया। परिजन उनके शव को लेकर एसएसपी कार्यालय पहुंच गए। आरोप लगाया कि बेटे की हत्या से मां सदमे में थी। पुलिस अभी तक आरोपियों पर कार्रवाई नहीं कर पाई है। घटना के मुख्य आरोपी अभी भी फरार चल रहे हैं। 

मामले में एसएसपी अनुराग आर्य ने जल्द से जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया है। कहा कि जो भी आरोपी हैं वह बचकर नहीं जाएंगे। करीब आधा घंटा तक एसएसपी कार्यालय के बाहर एंबुलेंस में शव लेकर स्वजन खड़े रहे। इसके बाद वह वहां से चले गए।

यह है पूरा मामला

मृतक पुष्पेंद्र की मां नारायणो देवी करीब 65 वर्ष की थी। पुष्पेंद्र की पत्नी संगीता गंगवार ने बताया कि लगातार हो रही उनके बेटों की हत्या का उन्हें गहरा सदमा लगा था। पहले छोटे बेटे की मृत्यु, फिर बड़े बेटे की मृत्यु होने से वह अपने होश खो बैठी थीं। गुमसुम सी रहने लगी। 

परिजनों ने काफी समझाने का प्रयास किया मगर वह कोई जवाब नहीं देती थी। सोमवार को तड़के ही उन्होंने दम तोड़ दिया। इसके बाद स्वजन ने एक एंबुलेंस की और शव को लेकर एसएसपी कार्यालय आ गए। एसएसपी के समझाने के बाद गांव जाकर उन्होंने शव का अंतिम संस्कार किया। 

पुष्पेंद्र की हत्या के प्रकरण में पुलिस अभी तक केवल चार आरोपियों को ही गिरफ्तार कर पाई है। इसमें भी एक व्यक्ति ऐसा है जो पुष्पेंद्र के स्वजन की ओर से दर्ज कराई गई प्राथमिकी में नामजद नहीं था। अभी भी नामजद छह आरोपी फरार चल रहे हैं, जबकि हिस्ट्रीशीटर पहले से ही जेल में हैं। 

रविवार को भुता पुलिस ने गंगेश और अवधेश को गिरफ्तार करने के साथ ही उन्हें असलाहों की सप्लाई करने वाले गुड्डू को भी गिरफ्तार किया था। जबकि प्राथमिकी में नामजद सौरभ को पुलिस शनिवार को ही गिरफ्तार कर चुकी थी।

चार गोलियां मारकर की गई थी हत्या

पांच नवंबर को खरदाह गांव में पेट्रोल पंप से 50 मीटर आगे ही पुष्पेंद्र की चार गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। वह अपने छोटे भाई की हत्या के मामले में पैरवी कर रहे थे। मुख्य गवाह और वादी होने के चलते आरोपियों ने उनसे भी रंजिश मान ली थी। 

पुष्पेंद्र के छोटे भाई के मामले में सुनवाई लगभग पूरी होने के चलते आरोपियों को सजा का डर सता रहा था। जिसकी वजह से आरोपियों ने पांच नवंबर की शाम करीब साढ़े चार बजे पुष्पेंद्र को चार गोलियां मारकर हत्या कर दी। 

परिजनों की ओर से हिस्ट्रीशीटर पूरनलाल, उसके परिवार के विपिन, सिपिन समेत कुल 10 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी लिखाई। उनमें से पुलिस अभी तक केवल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर पाई है। परिजनों का आरोप है कि घटना के मुख्य आरोपी विपिन और सिपिन अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।

पुष्पेंद्र के परिजन कार्यालय आए थे, उन्हें समझा दिया गया है जल्द ही सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी। इसके बाद वह चले गए हैं।

-अनुराग आर्य, एसएसपी।

वायरल फोटो के विरुद्ध एसएसपी ने बैठाई जांच

हिस्ट्रीशीटर पूरनलाल गंगवार की दोस्ती का फोटो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो अधिकारियों में खलबली मच गई। फरीदपुर सीओ कार्यालय के सिपाही और सेंथल चौकी इंचार्ज का रविवार को पूरनलाल के संग घूमते हुए जम्मू कश्मीर का एक फोटो प्रसारित हुआ था। इस मामले में एसएसपी अनुराग आर्य ने जांच शुरू करा दी है। यदि जांच में दोनों दोषी पाए जाते हैं तो उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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