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SSP को मिली गुप्त सूचना, पुलिस चौकी में 24 घंटे काम करता है एक मिस्त्री; कमरे का दरवाजा खोलते ही उड़े होश

शौक बहुत बड़ी चीज है। इस कहावत को बिहारीपुर चौकी इंचार्ज देवेंद्र सिंह ने सही साबित कर दिया है। चौकी इंचार्ज ने चौकी परिसर में विंटेज गाड़ियों का गैरेज खोल दिया । चौकी परिसर के कमरे में बनाए गए गैरेज में गाड़ियों की दिनभर सेवा होती थी । इसके लिए बाकायदा एक प्राइवेट मिस्त्री 24 घंटे काम करता था ।

By Anuj Mishra Edited By: Aysha Sheikh Updated: Wed, 14 Aug 2024 08:07 PM (IST)
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दारोगा देवेंद्र सिंह और खुले गेट की प्रतीकात्मक तस्वीर।

जागरण संवाददाता, बरेली। पुरानी से पुरानी गाड़ियों का शौक ऐसा कि चौकी इंचार्ज ने चौकी परिसर में विंटेज गाड़ियों का गैरेज खोल दिया। चौकी परिसर के कमरे में बनाए गए गैरेज में गाड़ियों की दिनभर सेवा होती। बाकायदा एक प्राइवेट मिस्त्री 24 घंटे काम करता।

विवेचनाओं के निस्तारण व जन सुनवाई छोड़ चौकी इंचार्ज भी गाड़ियों में मग्न रहता। एसपी सिटी की दबिश में दारोगा का राजशी शौक सामने आया तब अफसर भी दंग रह गए। मौके से बरामद 23 गाड़ियों में तीन संदिग्ध मिलीं। नंबर के आधार पर तीनों की जांच चल रही है। दारोगा देवेंद्र सिंह को निलंबित कर एसएसपी ने विभागीय जांच बैठा दी है।

क्या है मामला?

मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के बिहारीपुर चौकी का है। बिहारीपुर चौकी इंचार्ज देवेंद्र सिंह पुरानी से पुरानी गाड़ियों का काफी शौकीन है। दिनभर चौकी में ही डेरा जमाए रखने वाले पुलिस के मुखबिर ने अनबन पर देररात एडीजी, आइजी व एसएसपी को एक गोपनीय सूचना दी।

बताया कि बिहारीपुर चौकी में चौकी इंचार्ज देवेंद्र सिंह गाड़ियों का गैरेज चला रहा है। एक प्राइवेट मिस्त्री को 24 घंटे काम के लिए रख रखा है, जो गाड़ियों को माडीफाइ करने का काम करता है। रात में ही एसएसपी ने एसपी सिटी राहुल भाटी को मौके पर भेजा। दबिश में पूरी कहानी उजागर हो गई, जिससे खलबली मच गई। गाड़ियों को कोतवाली लाया गया।

दारोगा के किस्सों की चर्चाएं आम हो गईं। एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि चौकी इंचार्ज देवेंद्र सिंह द्वारा प्रार्थना पत्रों के निस्तारण में रुचि न लेने, जनता के प्रति व्यवहार अच्छा न होने, लगातार शिकायतें प्राप्त होने, चौकी परिसर में मोटरसाइकिल का गैरेज संचालित करने, प्राइवेट मिस्त्री रखने, स्वयं भी ज्यादा से ज्यादा समय मोटरसाइकिल की मरम्मत कराने में व्यतीत करने के आरोप में निलंबित किया गया है।

देवेंद्र सिंह की हरकत से पुलिस विभाग की छवि भूमि हुई है। निलंबन के साथ उसके विरुद्ध विभागीय जांच भी आसन्न की गई है। बता दें कि एक दिन पहले ही भ्रष्टाचार की शिकायतों पर कुतुबखाना चौकी पर तैनात इंचार्ज समेत सभी पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया जा चुका है। पूरे घटनाक्रम से थानेदार की कार्यशैली भी सवालों में है।

नीली जिप्सी में लाल बत्ती लगाकर करता था गश्त

बारादरी के जगतपुर चौकी इंचार्ज रहते भी देवेंद्र सिंह चर्चा में आया था। उस वक्त नीली जिप्सी में वह फ्लैशर लाइट व लाल बत्ती लगाकर क्षेत्र में अफसरों की तरह निकलता था। तब भी दारोगा की शिकायतें अफसरों तक पहुंची थीं, जिसके बाद दारोगा शांत हो गया।

मामला ठंडा होने के बाद गाड़ी पटरी पर चढ़ी तो मनमानी बढ़ गई। एसपी सिटी कार्यालय से चंद दूरी पर ही स्थित चौकी में गैरेज खोल लिया। हैरानी यह कि यदि मुखबिर अफसरों से शिकायत ना करता, कार्रवाई भी ना होती। जानकर भी सब अंजान बने हुए थे।

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