रामेश्वरम की तरह यहां पर भी तैरते हैं पत्थर, नेपाल के पशुपति नाथ की तर्ज पर बना है ये मंदिर
पशुपतिनाथ का मंदिर वैसे तो लोग नेपाल में ही जानते हैं। लेकिन नाथनगरी के नाम से जाने वाली बरेली में सात नाथ मंदिरों में एक पशुपतिनाथ का भी मंदिर है। यह मंदिर पीलीभीत बाईपास-बीसलपुर चौराहा के पास स्थित है।
By Sant ShuklaEdited By: Updated: Tue, 01 Dec 2020 05:54 PM (IST)
बरेली, जेेएनएन। पशुपतिनाथ का मंदिर वैसे तो लोग नेपाल में ही जानते हैं। लेकिन नाथनगरी के नाम से जाने वाली बरेली में सात नाथ मंदिरों में एक पशुपतिनाथ का भी मंदिर है। यह मंदिर पीलीभीत बाईपास-बीसलपुर चौराहा के पास स्थित है। इस मंदिर की भी पुरानी मान्यता है। इस मंदिर में रामेश्वरम के रामसेतु से लाया गया पत्थर भी है। जो कि आज भी तैर रहे हैं। इस मंदिर परिसर में भगवान शिव के 108 नामों को समर्पित 108 शिवलिंग हैं। इस मंदिर की स्थापना में जगतगुरु शंकराचार्य स्वरुपानंद सरस्वती भी आए थे। जानकार लोग बताते हैं कि पीलीभीत बाईपास पर स्थित इस मंदिर को वर्ष 2003 में शहर के एक बिल्डर ने बनवाया था। यहां का शिवलिंग पशुपतिनाथ (नेपाल) के समान ही पंचमुखी है। यहां भैरव मंदिर भी है। मंदिर के चारों ओर सरोवर है। इसे बनाने में एक वर्ष का समय लगा, लेकिन अब इस मंदिर की ख्याति आसपास के जिलों तक पहुंच चुकी है। नेपाल मंदिर की तर्ज पर यहां भी मुख्य मंदिर का निर्माण कराया गया है। इसके साथ ही मंदिर के चारों ओर उपस्थित जलाशय यहां आने वालों को आकर्षित करता है। मंदिर परिसर में ही कैलाश पर्वत बनाया गया है। जिसमें गिरने वाली जलधारा देखते ही बनती है। मंदिर परिसर में रुद्राक्ष और चंदन के वृक्ष भी लगे हुए हैं। जिनकी शोभा मंदिर में चार चांद लगा देती है। सबसे अधिक भीड़ मंदिर में सावन में लगती है।
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