पॉलीटेक्निक : छात्रों का घटा रूझान, कई मौके देने के बाद भी एक लाख से ज्यादा सीटें रह गईं खाली
राजकीय सहायता प्राप्त एवं निजी पॉलीटेक्निक संस्थानों में तमाम कोशिशों के बाद भी अभ्यर्थियों की रुचि नहीं बढ़ पाई। दाखिले के लिए पहले चरण तक काउंसिलिंग कराई गई। फिर 10वें चरण के लिए विशेष मौका दिया गया। फिर भी सीटें नहीं भर पाईं।
बरेली, जेएनएन। राजकीय, सहायता प्राप्त एवं निजी पॉलीटेक्निक संस्थानों में तमाम कोशिशों के बाद भी अभ्यर्थियों की रुचि नहीं बढ़ पाई। दाखिले के लिए नौवें चरण तक काउंसिलिंग कराई गई। फिर 10वें चरण के लिए विशेष मौका दिया गया। फिर भी सीटें नहीं भर पाईं। सबसे ज्यादा खराब स्थिति प्राइवेट संस्थानों की रही। कुल 2,41,810 में से 1,17,286 सीटें प्रवेश से रह गईं। इनमें राजकीय संस्थानों में 8155, एडेड में 2997 और प्राइवेट में 1,06,134 सीटें खाली हैं। अब प्रवेश प्रक्रिया भी खत्म हो चुकी है।
पॉलीटेक्निक संस्थानों में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा के बाद काउंसिलिंग की शुरुआत 30 सितंबर से हुई थी। मेरिट के आधार पर ऑनलाइन दाखिले शुरू हुए। काउंसिलिंग में बरेली से तीन राजकीय और 31 प्राइवेट पॉलीटेक्निक संस्थान भी शामिल हुए। विभाग ने सीटें भरने के लिए छात्रों को सीधे दाखिले का भी मौका दिया। लेकिन छात्रों का रुझान नहीं बढ़ा। संयुक्त प्रवेश परीक्षा के सचिव एसके वैश्य का कहना है कि कोविड-19 की वजह से प्रक्रिया देर से शुरू होना भी इसका एक बड़ा कारण है।
15 दिसंबर तक खाते में पहुंच जाएगा पैसा
वर्ष 2020 की काउंसिलिंग में जिन अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन विड्रॉल का विकल्प चुना था, उनका शुल्क ऑनलाइन दिए गए बैंक खाते में भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। किसी भी अभ्यर्थी को परिषद कार्यालय के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। अभ्यर्थियों के खाते में 15 दिसंबर तक धनराशि पहुंच जाएगी।
दाखिले की स्थिति आंकड़ों में
संस्थान - संख्या - कुल सीटें - प्रवेश हुए- खाली सीटें
राजकीय - 150 38118 29,963 8155
एडेड - 19 9895 6898 2997
प्राइवेट संस्थान- 1203 1,93,797 87,663 1,06,134
कुल –संस्थान - 1372 241810 124524 117286