पूर्णागिरी जनशताब्दी एक्सप्रेस के रोल डाउन मामले में रेलमंत्री के निर्देश पर गोरखपुर मुख्यालय से जांच को पहुंची टीम
पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय गोरखपुर से तीन सदस्य चीफ पैसेंजर ट्रैफिक मैनेजर (सीपीटीएम) आलोक सिंह चीफ इलेक्ट्रिक लोको मोटिव इंजीनियर (सीईएलई) पीके सारस्वत चीफ रोलिंग स्टॉक इंजीनियर (सीआरएसई) योगेश मौर्य के साद पांच अन्य सदस्य बरेली पहुंचे। तीनों अधिकारी पूरे मामले की टेक्निकल जांच करेंगे।
बरेली, जेएनएन। इज्जतनगर मंडल के टनकपुर स्टेशन के होम सिगनल से 17 मार्च को पूर्णागिरी जनशताब्दी के रोल डाउन होने के मामले में जहां डीआरएम के निर्देश पर गठित टीम जांच कर रही है। वहीं रेल मंत्री ने मामले का वीडियो देख जांच व कार्रवाई करने के निर्देश पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी को दिए हैं। जिसके लिए मुख्यालय से तीन अधिकारियों उनके साथ पांच अन्य टेक्निकल सदस्यों कुल आठ लोगों की टीम जांच के लिए भेजी गई है। सोमवार को गोरखपुर से यह टीम हावड़ा-हरिद्वार एक्सप्रेस से बरेली पहुंची। जहां दोपहर बाद टीम टनकपुर के लिए रवाना हुई।
पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय गोरखपुर से तीन सदस्य चीफ पैसेंजर ट्रैफिक मैनेजर (सीपीटीएम) आलोक सिंह, चीफ इलेक्ट्रिक लोको मोटिव इंजीनियर (सीईएलई) पीके सारस्वत, चीफ रोलिंग स्टॉक इंजीनियर (सीआरएसई) योगेश मौर्य के साद पांच अन्य सदस्य बरेली पहुंचे। तीनों अधिकारी पूरे मामले की टेक्निकल जांच करेंगे। जबकि मंडल रेल प्रबंधक इज्जतनगर आशुतोष पंत के निर्देशन में पहले ही गठित टीम जांच कर रही थी। लोकल स्तर पर हो रही जांच में लोको पायलट मुबारक अंसारी, सहायक लोको पायलट जितेंद्र कुमार, गार्ड आरसी प्रसाद, स्टेशन अधीक्षक, स्टेशन मास्टर समेत 16 कर्मचारियों के खिलाफ जांच हो रही है। जिसमें कई लोगों के बयान भी दर्ज हो चुके हैं।
जारी होगी मेजर चार्जशीट
गोरखपुर मुख्यालय से आई तीन सदस्यीय कमेटी इस पूरे मामले की टेक्निकल जांच करेगी। घटनास्थल के दौरान तैनात सभी कर्मचारियों से वार्ता कर उनके बयान दर्ज किए जाएंगे। वैसे तो ट्रेन रोलडाउन का मंडल में पहला मामला नहीं है, लेकिन हाई स्पीड में कई किलोमीटर ट्रेन बैक होने की घटना पहली है। जांच में पीलीभीत, टनकपुर, खटीमा, बनबसा के स्टेशन अधीक्षक, स्टेशन मास्टर समेत 16 कर्मचारियों को जांच में शामिल कर इनके खिलाफ मेजर चार्जशीट जारी करने की तैयारी है।