ट्रेन से आरक्षण वाला कोच हुआ गायब, यात्रियों ने जमकर काटा हंगामा
बरेली से गुजरात के भुज को जाने वाली 04311आला हजरत त्योहार स्पेशल में सोमवार को स्लीपर का एक कोच ही नहीं लगाया गया। आला हजरत में डी-1 कोच नहीं लगाया और 70 यात्रियों के आरक्षण इसी कोच में कर दिए गए। यही नहीं जो कोच ट्रेन में नहीं था।
बरेली, जेएनएन। बरेली से गुजरात के भुज को जाने वाली 04311आला हजरत त्योहार स्पेशल में सोमवार को स्लीपर का एक कोच ही नहीं लगाया गया। आला हजरत में डी-1 कोच नहीं लगाया और 70 यात्रियों के आरक्षण इसी कोच में कर दिए गए। यही नहीं जो कोच ट्रेन में नहीं था। उसका चार्ट भी जारी कर दिया गया। ट्रेन जब प्लेटफार्म पर लगी तो कोच न मिलने पर यात्रियों ने हंगामा काटा।
मंगलवार सुबह 6 बजे भुज को जाने वाली आला हजरत स्पेशल में डेटाबेश में अचानक बदलाव का खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ा। दरअसल ट्रेन में पांच साधारण कोच (टू एस) लगाए जाते हैं। जिनमें तीन कोच 90 सीट के लगाए जाते हैं। देर रात उत्तर रेलवे के हेडक्वाटर से डेटाबेश में अचानक से बदलाव कर दिया गया। जिसकी जानकारी न तो जंक्शन में आरक्षण चार्ट जारी करने वालों को दी गई। न ही जंक्शन में ऑपरेटिंग विभाग आदि को दी गई। मंगलवार सुबह जब ट्रेन प्लेटफार्म पर लगी और यात्रियों का जिस कोच में आरक्षण था वही नही मिला तो जमकर हंगामा काटा। यात्री स्टेशन मास्टर के पास पहुंचे और अपनी शिकायत बताई। समस्या का निराकरण न हो पाने पर मजबूरन यात्री दूसरे कोचों में बैठकर रवाना हुए।
किराया अधिक, व्यवस्था शून्य
कटरा चांद खां निवासी परवेज खां ने बताया कि जयपुर जाने के लिए पहले से ही आरक्षण डी-1 कोच में करा रखा था। पहले की अपेक्षा अधिक किराया लिया गया और ट्रेन में बैठने के समय कोच ही गायब था। शिकायत करने पर भी कोई निराकरण नहीं हुआ। पुराना शहर निवासी अनस अनवर का बरेली से अबू रोड जाने के लिए डी-1 कोच में आरक्षण था। कोच न मिलने पर उन्हें भी दिक्कत हुई। सीट न मिलने पर दूसरे कोच में बैठकर सफर करना पड़ा। सभी यात्रियों का कहना था कि रेलवे केवल किराया बढ़ाकर ले रहा है, लेकिन सुविधाओं व व्यवस्थाओं के नाम पर सब शून्य है।
क्या कहना है अधिकारियों का
डेटाबेश द्वारा अचानक बदलाव होने की जानकारी जंक्शन पर न दिए जाने से ऐसी दिक्कत हुई है। मुरादाबाद मंडल के सभी अधिकारियों को मामले से अवगत करा दिया गया है।
सत्यवीर सिंह, स्टेशन अधीक्षक