Double Murder : कॉलानी वाले हत्यारे से अनजान मगर वह सब जानता Bareilly News
वह तिराहा पर उतरा सीधे नीरज के घर पहुंचा। वारदात के दौरान जब मुहल्ले वालों को भनक लगी तो वह छत पर भागा। मकान की तीसरी मंजिल खुली हुई थी मगर वहां नहीं गया।
By Abhishek PandeyEdited By: Updated: Sun, 28 Jul 2019 10:00 AM (IST)
बरेली, जेएनएन : राजेंद्रनगर की गुलमोहर पार्क कॉलोनी में असिस्टेंट बैंक मैनेजर रूपा सत्संगी और उनके पति नीरज के हत्यारे का चेहरा सामने आ गया। फुटेज देखने के बाद कॉलोनी वाले और उनके बेटे जितिन आरोपित को पहचानने से इंकार कर रहे। वे भले न जानते हों मगर, हत्यारा कॉलोनी के चप्पे-चप्पे की जानकारी रखता था।
वह तिराहा पर उतरा, सीधे नीरज के घर पहुंचा। वारदात के दौरान जब मुहल्ले वालों को भनक लगी तो वह छत पर भागा। मकान की तीसरी मंजिल खुली हुई थी मगर वहां नहीं गया। दूसरी मंजिल पर रुका, क्योंकि वहां से इज्जतनगर थाने वाली साइड में कूद सकता था। उसने ऐसा ही किया, उसी सन्नाटे वाले इलाके में कूदा और फरार हो गया।
वह तिराहा पर उतरा, सीधे नीरज के घर पहुंचा। वारदात के दौरान जब मुहल्ले वालों को भनक लगी तो वह छत पर भागा। मकान की तीसरी मंजिल खुली हुई थी मगर वहां नहीं गया। दूसरी मंजिल पर रुका, क्योंकि वहां से इज्जतनगर थाने वाली साइड में कूद सकता था। उसने ऐसा ही किया, उसी सन्नाटे वाले इलाके में कूदा और फरार हो गया।
निशाने पर रूपा, मकसद सिर्फ कत्ल
कातिल का मकसद रूपा का कत्ल करना था। इसलिए वह जैसे ही बेडरूम में पहुंची, पीछे से कातिल ने सीधे सिर पर वार किए। वह भी पेशेवर हत्यारों की तरह, एकदम सटीक। नीरज पर तो वार इसलिए किए गए क्योंकि उन्होंने रूपा की हत्या होते हुए देख ली थी। हत्यारे ने उन पर सिर्फ दो वार किए, जबकि रूपा पर ताबड़तोड़।
खून के छींटे पड़ेंगे इसलिए दूसरे कपड़े साथ लाया
हत्यारे का जो बैग छू गया उसमें एक जींस व शर्ट रखी थी। यानी उसकी तैयारी थी कि मूसल के वार से खून के छींटे पड़ेंगे, इसलिए कपड़े बदलकर बाहर निकलेगा। वह मूसल साथ लेकर आया था।
चीखें सुनते रहे पड़ोसी, हिम्मत दिखाते तो पकड़ा जाता
वारदात के वक्त पड़ोस के लोगों ने नीरज सत्संगी के घर से चीखें सुनीं थीं। पड़ोस में रहने वाली छात्रा ने भी सुना तो परिजनों को बताया। कुछ लोग बाहर निकले, नीरज के घर के बाहर पहुंचे मगर बेहद दहशत के साथ। अंदर से चीख पुकार के साथ तेजी से दरवाजा बंद करने की आवाज आई। कॉलोनी के एक शख्स ने हिम्मत की, दरवाजा धकेला तो खुल गया। अंदर गया तो देखा कि बेडरूम के दरवाजे पर रूपा का शव पड़ा है।
यह भी पढ़ें : कातिल का चेहरा हो गया बेनकाब, 25 हजार इनाम : www.jagran.com/uttar-pradesh/bareilly-city-bareilly-double-murder-the-face-of-the-executioner-exposed-now-25-thousand-reward-bareilly-news-19433649.html
आशंका जताई जा रही है उस समय कातिल घर में ही था। उसने परदे से झांक कर देखा तो बाहर कालोनी के लोगों की भीड़ दिखी। चूंकि हाथ खून से सने थे लिहाजा पर्दे पर खून लग गया। कालोनी के लोग बाहर थे लेकिन वह पुलिस की गैरमौजूदगी में अंदर घुसने से कतरा रहे थे। बस यही कातिल को भागने का मौका मिल गया। वह छत के सहारे भाग गया।
सीढ़ियों पर पैरों के निशान
पुलिस करीब 10.40 बजे मौके पर पहुंची। हत्यारे के पैरों के निशान सीढिय़ों पर मिले हैं। छत पर दो बैग पड़े मिले। एक बैग कातिल का जबकि दूसरा मैनेजर रूपा का था जिसमें उनकी पासबुक, एटीएम, एक पर्स जिसमें 500 रुपये थे मिले। इसके अलावा घर के सामने कपड़ों पर प्रेस करने वाले युवक की पासबुक भी मिली। नीचे सोफे पर डाक्टरों वाला हरे रंग का मास्क टोपी से दबा मिला।
सीढ़ियों पर पैरों के निशान
पुलिस करीब 10.40 बजे मौके पर पहुंची। हत्यारे के पैरों के निशान सीढिय़ों पर मिले हैं। छत पर दो बैग पड़े मिले। एक बैग कातिल का जबकि दूसरा मैनेजर रूपा का था जिसमें उनकी पासबुक, एटीएम, एक पर्स जिसमें 500 रुपये थे मिले। इसके अलावा घर के सामने कपड़ों पर प्रेस करने वाले युवक की पासबुक भी मिली। नीचे सोफे पर डाक्टरों वाला हरे रंग का मास्क टोपी से दबा मिला।
पोस्टमार्टम हाउस पर बैठे जितिन नीली टीशर्ट में ।2014 में हुई थी नीरज के घर चोरी
नीरज के बेटे जतिन ने बताया कि घर में केवल उतना ही कैश रखते थे जितनी जरूरत होती थी। सोने चांदी के आभूषणों को लॉकरों में रखा जाता था। रोजमर्रा पहनने वाली चेन आदि ही घर में रहती थीं। क्योंकि वर्ष 2014 में घर में चोरी हो चुकी थी। एडीजी व डीआइजी ने किया मौका मुआयना
गुरुवार सुबह ही एडीजी अविनाश चंद व डीआइजी राजेश पाण्डेय मौके पर पहुंचे। पीडि़त परिवार से बात की फिर मातहतों से घटना के बारे में बारीकी से जानकारी ली। मकान का निरीक्षण भी किया। वहीं गुरुवार को बेटे जतिन की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।www.jagran.com/uttar-pradesh/bareilly-city-in-panic-son-and-son-in-law-get-refuge-in-hotel-bareilly-news-19436775.html खंगाली जा रही कॉल डिटेल
नीरज और रूपा के मोबाइल घर में ही मिले। रूपा के फोन 11 मिस्ड कॉल थीं और नीरज के फोन में तीन। माना जा रहा है कि नीरज की चीख सुनकर पड़ोसियों और बाद में जतिन ने फोन मिलाए होंगे। नीरज व रूपा के फोन की कॉल डिटेल निकलवाकर पुलिस यह जानेगी कि उन्हें दिन से लेकर रात तक कितने लोगों ने फोन किए। क्या बातचीत हुई।
रिटायरमेंट से हत्या का कनेक्शन तलाश रही पुलिस
31 जुलाई को रूपा सत्संगी रिटायर्ड होने वाली थी। महज छह दिन पहले उनकी हत्या संयोग है या फिर इसका रिटायरमेंट से कोई ताल्लुक है, पुलिस यह भी जानने में जुटी है। मां, पिता की देखरेख हो सके इसलिए उनके बेटे शादी के बाद ही कह चुके थे कि वह स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर उनके साथ दिल्ली चलें मगर रूपा ने इन्कार कर दिया था।
बैंक से जुड़ा कोई लेनदेन तो नहीं
सुबह रूपा एक बैंक कर्मी के साथ ही आफिस जाती थीं। शाम करीब पांच बजे आ जाती थीं। घटना के बाद बैंक कर्मी भी हैरान है। बैंक से जुड़े कुछ लोगों से भी पुलिस जानकारी जुटाएगी कि कहीं ऐसा तो नहीं किसी को रुपये दे रखे हों। या रुपयों का लेन-देन हो। हत्यारा चेक भी फाड़कर ले गया, उसकी वजह भी तलाशी जा रही। यह भी पढ़ें : बैंक मैनेजर व पति की सिर कुचलकर हत्या : www.jagran.com/uttar-pradesh/bareilly-city-double-murder-in-bareilly-bank-manager-wife-and-husband-killed-19430444.htmlसंपत्ति विवाद तो नहीं
शक की सुई संपत्ति विवाद की ओर भी है। हालांकि परिवार के लोगों व मुहल्ले वालों ने इससे इन्कार किया। रिटायरमेंट के बाद मिलने वाले रुपयों, संपत्ति को लेकर किसी रिश्तेदार या परिवारीजन की निगाह तो नहीं थी, इस पर पुलिस जांच कर रही ।
स्कूटी वाला युवक कौन
वारदात से पहले करीब सवा नौ बजे कालोनी में एक युवक सफेद शर्ट व काली पैंट पहनकर स्कूटी से घूम रहा था। पुलिस पता कर रही है कि कहीं यह वही युवक तो नहीं है।
गहनता से की जा रही जांच
एडीजी अविनाश चंद्र ने कहा कि पुलिस सभी बिंदुओं पर गहनता से जांच कर रही। अभी तक यही लगा रहा कि कातिल सिर्फ हत्या के इरादे से आया था। यदि लूटपाट के लिए आता तो पहले धमकाता, या बाद में लूटपाट करता, मगर ऐसा नहीं हुआ है। हत्यारा उनका परिचित ही है, जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा। - अविनाश चन्द्र, एडीजी।अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।नीरज के बेटे जतिन ने बताया कि घर में केवल उतना ही कैश रखते थे जितनी जरूरत होती थी। सोने चांदी के आभूषणों को लॉकरों में रखा जाता था। रोजमर्रा पहनने वाली चेन आदि ही घर में रहती थीं। क्योंकि वर्ष 2014 में घर में चोरी हो चुकी थी। एडीजी व डीआइजी ने किया मौका मुआयना
गुरुवार सुबह ही एडीजी अविनाश चंद व डीआइजी राजेश पाण्डेय मौके पर पहुंचे। पीडि़त परिवार से बात की फिर मातहतों से घटना के बारे में बारीकी से जानकारी ली। मकान का निरीक्षण भी किया। वहीं गुरुवार को बेटे जतिन की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है।www.jagran.com/uttar-pradesh/bareilly-city-in-panic-son-and-son-in-law-get-refuge-in-hotel-bareilly-news-19436775.html खंगाली जा रही कॉल डिटेल
नीरज और रूपा के मोबाइल घर में ही मिले। रूपा के फोन 11 मिस्ड कॉल थीं और नीरज के फोन में तीन। माना जा रहा है कि नीरज की चीख सुनकर पड़ोसियों और बाद में जतिन ने फोन मिलाए होंगे। नीरज व रूपा के फोन की कॉल डिटेल निकलवाकर पुलिस यह जानेगी कि उन्हें दिन से लेकर रात तक कितने लोगों ने फोन किए। क्या बातचीत हुई।
रिटायरमेंट से हत्या का कनेक्शन तलाश रही पुलिस
31 जुलाई को रूपा सत्संगी रिटायर्ड होने वाली थी। महज छह दिन पहले उनकी हत्या संयोग है या फिर इसका रिटायरमेंट से कोई ताल्लुक है, पुलिस यह भी जानने में जुटी है। मां, पिता की देखरेख हो सके इसलिए उनके बेटे शादी के बाद ही कह चुके थे कि वह स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर उनके साथ दिल्ली चलें मगर रूपा ने इन्कार कर दिया था।
बैंक से जुड़ा कोई लेनदेन तो नहीं
सुबह रूपा एक बैंक कर्मी के साथ ही आफिस जाती थीं। शाम करीब पांच बजे आ जाती थीं। घटना के बाद बैंक कर्मी भी हैरान है। बैंक से जुड़े कुछ लोगों से भी पुलिस जानकारी जुटाएगी कि कहीं ऐसा तो नहीं किसी को रुपये दे रखे हों। या रुपयों का लेन-देन हो। हत्यारा चेक भी फाड़कर ले गया, उसकी वजह भी तलाशी जा रही। यह भी पढ़ें : बैंक मैनेजर व पति की सिर कुचलकर हत्या : www.jagran.com/uttar-pradesh/bareilly-city-double-murder-in-bareilly-bank-manager-wife-and-husband-killed-19430444.htmlसंपत्ति विवाद तो नहीं
शक की सुई संपत्ति विवाद की ओर भी है। हालांकि परिवार के लोगों व मुहल्ले वालों ने इससे इन्कार किया। रिटायरमेंट के बाद मिलने वाले रुपयों, संपत्ति को लेकर किसी रिश्तेदार या परिवारीजन की निगाह तो नहीं थी, इस पर पुलिस जांच कर रही ।
स्कूटी वाला युवक कौन
वारदात से पहले करीब सवा नौ बजे कालोनी में एक युवक सफेद शर्ट व काली पैंट पहनकर स्कूटी से घूम रहा था। पुलिस पता कर रही है कि कहीं यह वही युवक तो नहीं है।
गहनता से की जा रही जांच
एडीजी अविनाश चंद्र ने कहा कि पुलिस सभी बिंदुओं पर गहनता से जांच कर रही। अभी तक यही लगा रहा कि कातिल सिर्फ हत्या के इरादे से आया था। यदि लूटपाट के लिए आता तो पहले धमकाता, या बाद में लूटपाट करता, मगर ऐसा नहीं हुआ है। हत्यारा उनका परिचित ही है, जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा। - अविनाश चन्द्र, एडीजी।अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप