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कोर्ट में इंस्पेक्टर का जवाब जज को नहीं आया पसंद, लगाई फटकार- कहा; यह कोई खेल का मैदान नहीं है

जज ने कहा कि विवेचक न्यायालय की भाषा का ही इस्तेमाल करें वरना उनके खिलाफ उच्च अधिकारियों को कार्रवाई के लिए लिख दिया जाएगा। अदालत ने एडीजी बरेली जोन को इंस्पेक्टर सतीश कुमार के खिलाफ कार्रवाई किए जाने को आदेश की प्रति भेजी है। कोर्ट ने दारोगा सतवीर सिंह सिपाही रोहित कुमार चिक लेखक मधुसूदन व विवेचक ओम प्रकाश गौतम को गिरफ्तार करने के आदेश दिए हैं।

By Jagran News Edited By: Mohammed Ammar Updated: Fri, 26 Jul 2024 09:45 PM (IST)
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जज ने इंस्पेक्टर का जवाब सुनकर उन्हें खूब फटकार लगाई। (प्रतीकात्मक तस्वीर)
जागरण संवाददाता, बरेली। इंस्पेक्टर को अपनी नौकरी के दौरान कभी अंदाजा नहीं रहा होगा कि उनके लिए कोर्ट में पुलिसिया भाषा का इस्तेमाल करना नौकरी पर भारी पड़ सकता है। शनिवार को हत्या के मुकदमे में गवाही देने आए इंस्पेक्टर के साथ ऐसा ही हुआ। कोर्ट ने इस मामले में सख्त कार्रवाई अमल में लाने के लिए एडीजी को आदेश की प्रति भेजी है।

जज रवि कुमार दिवाकर की कोर्ट का मामला 

घटनाक्रम फास्ट ट्रैक जज रवि कुमार दिवाकर की कोर्ट का है। आंवला थाना क्षेत्र से जुड़े हत्या के एक मामले में इंस्पेक्टर सतीश कुमार को गवाही के लिए बुलाया गया। पेशकार ने उनके बयान दर्ज करने शुरू किए तो उनसे तैनाती स्थल पूछा गया। इंस्पेक्टर ने जवाब दिया कि मैं रास्ते पर हूं। इन शब्दों का मतलब पेशकार नहीं समझ पाए। बात न्यायाधीश तक पहुंची।

जज ने इंस्पेक्टर को लगाई फटकार 

न्यायाधीश रवि कुमार दिवाकर ने इन शब्दों पर आपत्ति जताते हुए न्यायालय में ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करने पर इंस्पेक्टर को फटकार लगाई। तब इंस्पेक्टर ने बताया कि उनका तबादला बरेली से बदायूं हो गया है। बदायूं जाकर उन्होंने अभी ज्वाइन नहीं किया है। वह इन दिनों अवकाश पर हैं। न्यायाधीश रवि कुमार दिवाकर ने इंस्पेक्टर की भाषा शैली पर आपत्ति करते हुए कहा कि यह कोई खेल का मैदान नहीं है और ना ही मजाक की जगह है।

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