नोडल अधिकारी ने बैठक में एसडीएम-बीडीओ से पूछा- बेसहारा पशुओं के लिए क्या प्लान? बगलें झांकते रहे अधिकारी
बैठक में बेसहारा पशुओं व गोशालाओं की संख्या पूछने के बाद आगे उनसे निपटने के लिए क्या कार्ययोजना बनाई है इसके बारे में पूछा तो सभी अधिकारी चुप्पी साध गए। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रत्यूष पांडेय से भी किसी इनोवेशन के बारे में पूछा तो वह भी कुछ नहीं बता सके।
जागरण संवाददाता, बरेली : शासन बेसहारा पशुओं के संरक्षण के लिए लगातार दिशा-निर्देश जारी कर रहा। मगर स्थानीय स्तर पर अधिकारी बिल्कुल भी गंभीर नहीं दिख रहे। इसका बानगी गुरुवार को नोडल अधिकारी कुमार प्रशांत के साथ हुई बैठक में देखने को मिली। वह विकास भवन में बेसहारा पशुओं के संरक्षण व चारा-पानी को लेकर सीडीओ जगप्रवेश, एसडीएम व बीडीओ के साथ बैठक कर रहे थे।
बैठक में सभी एसडीएम व बीडीओ से बेसहारा पशुओं व गोशालाओं की संख्या पूछने के बाद आगे उनसे निपटने के लिए क्या कार्ययोजना बनाई है इसके बारे में पूछा तो सभी अधिकारी चुप्पी साध गए। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट प्रत्यूष पांडेय से भी किसी इनोवेशन के बारे में पूछा तो वह भी कुछ नहीं बता सके।
इसके बाद उन्हें सभी अधिकारियों को दो से तीन दिन में प्रधानों के साथ बैठक कर बेसहारा पशुओं को संरक्षित कराने को कहा। गेहूं कटान के बाद किसान पराली न जलाएं इसके लिए अधिक से अधिक भूसा दान कराने को कहा। बैठक में मृत गोवंशों के दफनाने की प्रक्रिया, कांजी हाउस, गोशालाओं को समृद्ध करने के लिए क्या किये जा रहे इसकी जानकारी ली।