UP News: चार साल की बच्ची को चाची ने मार डाला, मुंह में कपड़ा ठूंस बोरे में छिपाया शव; सामने आई चौंकाने वाली वजह
उत्तर प्रदेश के बरेली में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। चार साल की मासूम बच्ची मिष्ठी की हत्या उसकी चाची सावित्री और चाचा ससुर गंगाराम ने कर दी। तंत्र-क्रिया के जाल में फंसे आरोपितों ने बच्ची को घर बुलाकर उसकी हत्या कर दी और शव को बोरे में छिपा दिया। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने आरोपितों को हिरासत में ले लिया है।
जागरण संवाददाता, बरेली। तंत्र-क्रिया के जाल में फंसी महिला व उसके चचिया ससुर ने शनिवार को चार वर्षीय रिश्तेदार मिष्ठी की हत्या कर दी। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के सहारे पुलिस आरोपित सावित्री के घर पहुंची, वहां बोरे में बच्ची का शव मिला।
एसएसपी अनुराग आर्य ने बताया कि आरोपित सावित्री और गंगाराम को हिरासत में पूछताछ की जा रही। तहरीर का इंतजार किया जा रहा। इज्जतनगर के शिकारपुर चौधरी गांव में रहने वाले राजू की बेटी मिष्ठी अपराह्न दो बजे दरवाजे पर खेलते समय लापता हुई थी।
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पहुंची पुलिस
स्वजन ने इज्जतनगर थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस के अनुसार, आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से पता चला कि मिष्ठी दोपहर को राजू के तहेरे भाई की पत्नी सावित्री के घर गई, मगर बाहर नहीं आई। उसका दरवाजा एक बार भी नहीं खुला। शक होने पर रात 10:30 बजे पुलिस सावित्री के घर पहुंची, वहां उसका चचिया ससुर गंगाराम भी था।
तलाशी के दौरान बोरे में मिष्ठी का शव मिला। उसके मुंह में कपड़ा भी ठूंसा हुआ था। राजू का आरोप था कि सावित्री व गंगाराम ने तंत्र क्रिया के फेर में आकर बच्ची की हत्या कर दी। गंगाराम की उम्र 60 वर्ष से अधिक है। कुछ महीने पहले उसने दूसरी शादी की थी।
इस कारण हुआ शक
चार वर्ष की मिष्ठी के गायब होने की सूचना पूरे गांव में चंद मिनटों में ही फैल गई। मुहल्ले वालों के साथ ही गांव के लोगों ने भी उसे ढूंढने लगे, लेकिन सावित्री के घर का दरवाजा नहीं खुला। मामला परिवार का होने से किसी को भी उस पर शक भी नहीं हुआ, इसलिए वहां पर तलाश नहीं किया।
स्वजन के मुताबिक, मिष्ठी पहले भी उनके घर आती-जाती रहती थी, इसलिए यह आशंका नहीं थी कि चचेरी चाची उसकी हत्या कर सकती है। मिष्ठी के पिता राजू ने बताया कि उनके तीन बच्चे हैं। सबसे बड़ा बेटा मोहित, दूसरी बेटी अनन्या है। तीसरी बेटी मिष्ठी थी।शनिवार दोपहर दो बजे मिष्ठी मां से यह कहकर गई कि वह बाहर खेलने जा रही है। काफी देर हुई तो मिष्ठी की मां ने दरवाजे पर आकर देखा। पता चला कि वह दोपहर दो बजे से गायब थी। काफी देर तक उसे ढूंढा, मगर कुछ पता नहीं चला। देर रात शव पड़ोस की सावित्री के घर से जब बच्ची का शव बरामद हुआ तो स्वजन के होश उड़ गए।
स्वजन के मुताबिक, करीब छह वर्ष पहले ही सावित्री के पति की मृत्यु हो गई थी। वह झारखंड की रहने वाली है। जब उसे पति की मृत्यु हुई है। तब से वह इसी तरह के मामलों में उलझी रहती है। आरोप है कि उसका चचिया ससुर गंगाराम रेलवे में चौकीदार के पद पर तैनात थे। कुछ वर्ष पहले ही रिटायर हुए थे। वर्तमान में परचून की दुकान चलाकर परिवार की गुजर बसर होती है।मिष्ठि की मां का आरोप है कि आरोपित गंगाराम भी तंत्र विद्या में माहिर है। स्वजन ने आरोप लगाया कि बच्ची को आरोपितों ने घर टाफी का बहाना देकर बुलाया था।
इसे भी पढ़ें: बदायूं के व्यापारियों का हापुड़ में अपहरण, गिरोह में पुलिसकर्मी भी शामिल; पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी थी
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।