UP News : लड़की के पेट में कई दिनों से हो रहा था दर्द, ऑपरेशन करते हुए निकली ऐसी चीज़- डॉक्टर भी हो गए हैरान
Bareilly News जिला अस्पताल के वरिष्ठ सर्जन डा.एमपी सिंह डा. अंजली सोनी डा. मुग्धा शर्मा स्टाफ नर्स भवना के साथ ही मनोरोग विशेषज्ञ डा. आशीष कुमार और डा. प्रज्ञा माहेश्वरी की टीम ने एक सप्ताह पहले आपरेशन करके पेट से करीब दो किलो बालों का गुच्छा निकाला गया। आपरेशन हो जाने के बाद युवती के पेट दर्द में राहत मिल गई शुक्रवार सुबह उसे घर भेज दिया गया।
जागरण संवाददाता, बरेली। जिला अस्पताल में अजीबोगरीब मामला सामने आया है। एक युवती के पेट का आपरेशन कर दो किलो बालों का गुच्छा निकाला गया है। अब युवती पूरी तरह स्वस्थ है, शुक्रवार को उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। इसके बाद चिकित्सकों ने इसकी जानकारी साझा की।
करगैना, सुभाषनगर की रहने वाली 21 साल की युवती को पांच साल से पेट में दर्द की शिकायत थी। कई प्राइवेट चिकित्सकों को दिखाया, लेकिन बीमारी का पता नहीं चल पा रहा था। पिछले 22 सितंबर को स्वजन उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। चिकित्सक ने उसका सीटी स्कैन कराया तो पता चला कि उसके आमाशय में बालों के गुच्छे जैसी कोई वस्तु है।
जिला अस्पताल के वरिष्ठ सर्जन डा.एमपी सिंह, डा. अंजली सोनी, डा. मुग्धा शर्मा, स्टाफ नर्स भवना के साथ ही मनोरोग विशेषज्ञ डा. आशीष कुमार और डा. प्रज्ञा माहेश्वरी की टीम ने एक सप्ताह पहले आपरेशन करके पेट से करीब दो किलो बालों का गुच्छा निकाला गया। आपरेशन हो जाने के बाद युवती के पेट दर्द में राहत मिल गई, शुक्रवार सुबह उसे घर भेज दिया गया। कई साल से इलाज कराकर परेशान हो रहे स्वजन ने राहत की सांस ली।
युवती को ट्राइकोलोटोमैनिइया मानसिक बीमारी
युवती का आपरेशन करने वाले चिकित्सकों के अनुसार उसे बाल बाल खाने की बीमारी थी। उसके पेट में इतने बाल हो गए थी की खाना तक खा नई पा रहा थी। उसका सीटी अमाशय कराया गया तो पाया गया की उसके पेट में ट्राइकोबेजर है और यह अवस्था ट्राइकोलोटोमैनिइया मानसिक बीमारी है।
पिछले 16 साल से खा रही थी अपने ही सिर के बाल
मनोरोग विशेषज्ञ डा. आशीष कुमार ने बताया कि आपरेशन से पहले लड़की की काउंसिलिंग की गई। इस बारे में युवती के स्वजन से पूछताछ करने पर उन्हें भी कोई जानकारी नहीं थी कि इतनी बड़ी मात्रा में युवती के पेट में बाल कैसे पहुंचा। वहीं, लड़की से बात करने पर पता चला कि वह स्वजन से नजर बचाकर पिछले 16 साल से अपने ही सिर के बाल खा रही थी। भविष्य में युवती ऐसा दोबारा न करें इसलिए कुछ माह तक मनकक्ष में उसकी काउंसलिंग जारी रहेगी।
इस तरह की जटिल सर्जरी के मामले बहुत कम सामने आते हैं। पिछले दो दशक से ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है। अस्पताल के कुशल डाक्टरों की टीम ने पूरी सूझबूझ के साथ सफल आपरेशन किया, मरीज भी पूर्ण रूप से स्वस्थ है। उसे डिस्चार्ज कर दिया गया है।
- डा.अलका शर्मा, एडीएस आइसी जिला अस्पताल