UP Politics: गठबंधन में 3-2 के फार्मूले की ओर बढ़ रही सपा, धर्मेंद्र यादव को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी
UP Politics भाजपा का विजय रथ रोकने की चाह में बने विपक्षी गठबंधन (आइएनडीआइए) ने सीटों का जोड़-घटाना शुरू कर दिया। प्रदेश में सपा मुख्य विपक्षी दल है इसलिए पहल उसी की ओर से हो रही। पिछले दो महीने में लखनऊ में जिलास्तरीय पदाधिकारियों की बैठकें बुलाकर एक-एक सीट का मिजाज भांपा जा चुका। अब इस होमवर्क को जमीन पर उतारने की तैयारी है।
By Jagran NewsEdited By: Abhishek PandeyUpdated: Tue, 19 Sep 2023 11:51 AM (IST)
अभिषेक पांडेय, बरेली: भाजपा का विजय रथ रोकने की चाह में बने विपक्षी गठबंधन (आइएनडीआइए) ने सीटों का जोड़-घटाना शुरू कर दिया। प्रदेश में सपा मुख्य विपक्षी दल है इसलिए पहल उसी की ओर से हो रही।
पिछले दो महीने में लखनऊ में जिलास्तरीय पदाधिकारियों की बैठकें बुलाकर एक-एक सीट का मिजाज भांपा जा चुका। अब इस होमवर्क को जमीन पर उतारने की तैयारी है। मंडल की पांच सीटों के लिए सपा 3-2 का फार्मूला अपना सकती है। यानी, तीन सीटें सपा अपने पास रखना चाहती, जबकि दो पर सहयोगियों से साझेदारी की बात हो सकती है।
बदायूं से धर्मेंद्र यादव पर दांव लगा सकती है सपा
मंडल में विपक्षी गठबंधन के दो प्रमुख दल सपा और कांग्रेस ही सक्रिय है। इनमें सपा के आंकड़े ज्यादा मजबूत हैं इसलिए नेताओं ने गठबंधन का गणित साधना शुरू किया है। बदायूं में इस बार भी सपा के पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव को मैदान में उतारने की तैयारी है। वह वर्ष 2009 और 2014 में जीते थे। वर्ष 2019 में भाजपा ने यह सीट छीन ली थी मगर, सपा अपना दावा कमजोर नहीं करना चाहती।इसे भी पढ़ें: रामपुर में बोलती थी आजम खान की तूती, आज वहां दर्ज हैं 84 मुकदमें, 10 बार विधानसभा और एक बार जीता लोकसभा चुनाव
छह बार लगातार अपना प्रत्याशी जिताने वाली पार्टी इस जिले को अपना गढ़ बताती है। यादव मतों की बहुलता के सहारे वर्ष 2019 में छिनी राजनीतिक जमीन वापस मिले, इसके लिए धर्मेंद्र यादव क्षेत्र में सक्रिय हैं।
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