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विश्व हिंदी सम्मेलन : सांसद धर्मेंद्र कश्यप बोले- 'आने वाले समय में भारत का अंतरराष्ट्रीय महत्व बढ़ेगा...'

Bareilly News विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बुधवार को नाडी में 12वें विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन किया। फिजी मे उनका तीन दिवसीय दौरा है। फिजी के राष्ट्रपति रातू विल्यम मैवलीली काटोनिवेरे भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे।

By Jagran NewsEdited By: Nirmal PareekUpdated: Wed, 15 Feb 2023 08:24 PM (IST)
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फिजी में आयोजित हुआ 12वां विश्व हिंदी सम्मेलन

जागरण संवाददाता, बरेली: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बुधवार को नाडी में 12वें विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन किया। फिजी मे उनका तीन दिवसीय दौरा है। फिजी के राष्ट्रपति रातू विल्यम मैवलीली काटोनिवेरे भी इस कार्यक्रम में मौजूद थे। जयशंकर ने मंगलवार को नाडी पहुंचे और फिजी के शिक्षा मंत्री असेरी राद्रोड्रो ने उनका स्वागत किया। इस मौके पर जयशंकर और राष्ट्रपति कटोनिवेरी ने संयुक्त रूप से एक डाक टिकट भी जारी किया।

विदेश मंत्री जयशंकर ने अंतरराष्ट्रीय कूटनीति में भाषा और संस्कृति के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा भारत ने आजादी के 75 वर्ष पूरे कर लिए हैं और अब हम अगले 25 वर्ष के लिए एक महत्वाकांक्षी पथ पर आगे बढ़ रहे हैं जिसे हमने अमृतकाल कहा है। उन्होंने कहा यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व का ही परिणाम है कि हम एक नए भारत का निर्माण होता देख रहे हैं।

वहीं, सांसद धर्मेंद्र कश्यप ने कहा कि आने वाले समय में भारत का अंतरराष्ट्रीय महत्व और बढ़ेगा तथा इस संदर्भ में भाषा और संस्कृति की और भी ज्यादा अहमियत होगी। हिंदी के प्रसार और प्रचार पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी कई भाषाएं और परंपराएं जो औपनिवेशिक युग के दौरान दबा दी गई थी अब एक बार फिर वैश्विक मंच पर उभर रही हैं।

सांसद धर्मेंद्र कश्यप के मीडिया प्रभारी राहुल कश्यप के अनुसार सांसद ने कहा कि विश्व को सभी संस्कृतियों और समाजों के बारे में अच्छी जानकारी हो इसके लिए हिंदी सहित विभिन्न भाषाओं के शिक्षण और प्रयोग को व्यापक बनाना बहुत जरूरी है। 12वें विश्व हिंदी सम्मेलन का विषय हिंदी पारंपरिक ज्ञान से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है। खगोल विज्ञान से इंजीनियरिंग तक और चिकित्सा से गणित तक दुनिया हमारे पूर्वजों के योगदान का सम्मान करती है।