UP News: महिला अधिकारी से दुष्कर्म के प्रयास मामले में चला शासन का डंडा, बस्ती के नायब तहसीलदार सस्पेंड
बस्ती में महिला अधिकारी से दुष्कर्म के प्रयास के मामले में जिलाधिकारी की ओर से भेजी गई जांच रिपोर्ट के बाद प्रकरण का संज्ञान लेते हुए शासन ने निलंबन की कार्रवाई की है। नायब तहसीलदार कानपुर मंडलायुक्त कार्यालय से संबद्ध किए गए हैं। मामले में मंडलायुक्त लखनऊ जांच करेंगे। आरोप है कि आरोपित नायब तहसीलदार ने दुष्कर्म का प्रयास करने के साथ ही जान से मारने की कोशिश भी की।
By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Wed, 22 Nov 2023 08:22 AM (IST)
जागरण संवाददाता, बस्ती। महिला अधिकारी के घर में घुसकर दुष्कर्म का प्रयास करने और जान से मारने की कोशिश करने के आरोपित नायब तहसीलदार घनश्याम शुक्ला को निलंबित कर दिया गया। निलंबन अवधि में वह मंडलायुक्त कार्यालय कानपुर से संबद्ध रहेंगे। सोमवार को जिलाधिकारी की ओर से भेजी गई जांच रिपोर्ट के बाद प्रकरण का संज्ञान लेते हुए शासन ने कार्रवाई की है।
यह है पूरा मामला
महिला ने 11 नवंबर की घटना बताते हुए 17 नवंबर को तहरीर दी थी। राजस्व परिषद अनुभाग तीन की आयुक्त एवं सचिव मनीषा त्रिघाटिया ने निलंबन का आदेश जारी करते हुए आयुक्त लखनऊ मंडल को जांच अधिकारी नामित किया है। जिलाधिकारी बस्ती से तीन दिन के भीतर विभागीय जांच और आरोप पत्र उपलब्ध कराने को कहा है।
जिलाधिकारी अन्द्रा वामसी ने त्रिसदस्यीय टीम की जांच रिपोर्ट शासन को सोमवार को भेजी थी। दूसरी ओर, सीजेएम आशीष कुमार राय की कोर्ट ने नायब तहसीलदार की गिरफ्तारी के लिए गैरजमानती वारंट जारी किया है। अपर पुलिस अधीक्षक दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि 17 नवंबर को महिला अधिकारी ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर नायब तहसीलदार पर गंभीर आरोप लगाए।
कोतवाली पुलिस मुकदमा दर्ज कर विवेचना कर रही है। मामले में पीड़िता का कोर्ट में कलम बंद बयान कराया जा चुका है। आरोपित की गिरफ्तारी के लिए न्यायालय से मंगलवार को गैर जमानती वारंट जारी कराया गया। गिरफ्तारी के लिए पुलिस की छह टीमें लगाई गई हैं। साक्ष्य संकलन और गिरफ्तारी के पश्चात अन्य विधिक कार्यवाही के बाद आरोप पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया जाएगा।
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डीएम ने गठित की थी जांच टीम
जिलाधिकारी ने पुलिस क्षेत्राधिकारी रुधौली प्रीती खरवार की अध्यक्षता में पीओ डूडा सुनीता सिंह व अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत मुंडेरवा कीर्ति सिंह की टीम गठित की थी। रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई कि आरोपित नायब तहसीलदार व महिला अधिकारी के बीच मित्रवत संबंध थे। दोनों अपने-अपने आवास में अकेले रहते थे। 11 नवंबर की शाम को दोनों अधिकारी अपने उच्चाधिकारियों से मिलकर उन्हें दीपावली की शुभकामनाएं भी दी थी। साथ ही पटाखा की दुकान की भी जांच करने गए थे।
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